छिंदवाड़ा। कहा जाता है कि, इंसान दौलत से तो अमीर हो जाता है लेकिन दिल से बहुत कम लोग अमीर होते हैं. आज हम आपको ऐसे दिल के अमीर लोगों की दास्तान बताने जा रहे हैं जो खुद तो भीख मांग कर गुजारा करते हैं, लेकिन मंदिर निर्माण के लिए दान दिया है. छिंदवाड़ा के कलेक्टर कार्यालय परिसर में पंचमुखी हनुमान मंदिर है. इसका जीर्णोद्धार हो रहा है. इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को कई भिखारी भीख मांग कर अपना गुजारा करते हैं. इन्हीं भिखारियों में से 4 महिला भिखारी ऐसी हैं जिन्होंने मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के द्वारा दी गई भीख की राशि को मंदिर निर्माण के लिए दान दिया है.
मंदिर समिति ने लगाया पोस्टर: मंदिर परिसर में भीख मांगकर मंदिर के लिए दान देने वाले भिखारियों का एक पोस्टर मंदिर के सामने समिति ने लगाया है. मंदिर समिति ने इन्हें सबसे बड़ा दानदाता बताया है. मंदिर समिति के पदाधिकारी ने बताया कि, मंदिर में भीख मांग कर गुजारा करने वाली महिलाओं ने न सिर्फ दान दिया है, बल्कि ये लोगों के लिए प्रेरणा से कम नहीं है. इसी वजह से इनके नाम का पोस्टर बनाकर मंदिर समिति ने लगाया है. इनका नाम अमर हैं. हालांकि दान देने वालों की राशि गिनी नहीं जाती. इसलिए राशि का जिक्र नहीं किया गया है.
करोड़ों की राशि से मंदिर का निर्माण: पंचमुखी हनुमान मंदिर के जीर्णोद्धार में करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत आ रही है. इसके लिए कई लोग दान दे रहे हैं, लेकिन इन दानदाताओं ने अनूठी मिसाल पेश की है. इस मामले में जब ईटीवी भारत ने एक भिखारी पुष्पा नामक महिला से बात की तो उनका कहना था कि, उन्हें इस दुनिया में भगवान ने लाया है. यही भगवान उनके खाने और रहने का जुगाड़ करता है इसलिए हमने कुछ नहीं दिया है. उसी ने हमें दिया है और हमने ही उसे वापस लौटा दिया है.