छिंदवाड़ा। शनिवार शाम से सिमरिया के श्री सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर में बागेश्वर धाम पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा शुरू हुई है. कथा के मुख्य यजमान पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे व छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ हैं. इस कथा में पूर्व सीएम कमलनाथ ने मंच से संबोधित करते हुए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बताया कि ''छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है. आज से 40 साल पहले जब मैं छिंदवाड़ा जिले में आया था तो यहां के हालात ठीक नहीं थे. लेकिन 40 सालों के बाद छिंदवाड़ा में विकास की एक नई इबारत लिखी गई और बदलाव देखने को मिला है.'' साथ ही उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार का नाम लिए बिना कहा कि ''हमारा मुकाबला किसी से नहीं बल्कि प्रदेश में बढ़ रही बेरोजगारी गरीबी और अत्याचारी से है.
आध्यात्मिक शक्ति से है भारत की पहचान: कमलनाथ ने कहा कि ''भारत की पहचान ना आर्थिक शक्ति से है ना कि और किसी वजह से. बल्कि भारत की पहचान आध्यात्मिक शक्ति की वजह से है और इस आध्यात्मिक शक्ति की पहचान कराने वाले यहां के संत हैं. भारत में अनेक भाषाएं हैं, अनेक धर्म हैं, लेकिन जिसका डंका पूरी दुनिया में बजता है वह है भारत की आध्यात्मिक शक्ति. आध्यात्मिक शक्ति ही भारत की सबसे बड़ी पूंजी है.''
धीरेंद्र शास्त्री की कथा कराने वाले पहले कांग्रेसी नेता कमलनाथ: अब तक हिंदू राष्ट्र की मांग को अपनी आवाज उठाते आए बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा को किसी भी कांग्रेस के बड़े नेता ने नहीं कराया था. लेकिन पूर्व सीएम कमलनाथ सॉफ्ट हिंदुत्व को लेकर चुनावी नैया पार लगाने की जुगत में लगे हुए हैं. इसी के चलते उन्होंने छिंदवाड़ा में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के बहाने पूरे प्रदेश को संदेश देना चाहा है कि धर्म पर किसी पार्टी का कॉपीराइट नहीं है. पहले भी कमलनाथ कई बार भाजपा पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगा चुके हैं और उनका कहना है कि वे भी हनुमान के परम भक्त हैं लेकिन भी कभी दिखावा नहीं करते हैं.