छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव में कमलनाथ का आखिरी चुनाव की बात कर कांग्रेस ने जनता से वोट मांगा और छिंदवाड़ा की जनता ने मुख्यमंत्री बनने के नाम पर सातों विधानसभा सीटें कमलनाथ की झोली में डाल दीं. लेकिन अब कमलनाथ खुद बोल रहे हैं कि वह आखरी सांस तक छिंदवाड़ा की जनता के साथ रहेंगे. वे रिटायर्ड नहीं होने वाले हैं. बता दें कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. कांग्रेस 230 सीटों में से केवल 66 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी थी.
मैंने छिंदवाड़ा के लिए जवानी समर्पित कर दी: विधानसभा के चुनाव में भले ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बनी, लेकिन छिंदवाड़ा की जनता ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भरपूर सहयोग दिया और सातों विधानसभा कांग्रेस को दीं. इसी के बाद कमलनाथ छिंदवाड़ा में लगातार आभार रैली कर रहे हैं. छिंदवाड़ा की आभार रैली में उन्होंने कहा कि ''मैंने अपने परिवार और स्वास्थ्य की चिंता किए बिना पूरी जवानी छिंदवाड़ा में समर्पित कर दी और आखिरी सांस तक छिंदवाड़ा की जनता के साथ रहेंगे वे रिटायर नहीं होने वाले हैं.''
आखिरी चुनाव कहकर कांग्रेस मांग रही थी वोट: मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ 77 साल की उम्र पार कर चुके हैं. विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ का आखिरी चुनाव बताते हुए उन्हें सम्मानजनक विदाई देने के लिए वोट की अपील की थी. कार्यकर्ताओं का कहना था कि ''कमलनाथ को आखिरी बार चुनाव जीत कर मुख्यमंत्री बनाना है.''
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विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे कमलनाथ: गुरुवार को भोपाल के कांग्रेस कार्यालय में विधायक दल की बैठक थी. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष का चयन किया जाना था, लेकिन कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा में ही मौजूद रहे और भोपाल नहीं गए. इस पर छिंदवाड़ा के भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने कहा है कि ''अब कमलनाथ को कांग्रेस के विधायक भी गंभीरता से नहीं लेते हैं. क्योंकि विधायक दल की बैठक भोपाल में आयोजित कर ली गई और यह खुद विधायक होने के साथ-साथ मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं लेकिन इसके बाद भी इन्हें भोपाल नहीं बुलाया गया.''