भोपाल। छिदंवाड़ा में कमलनाथ का किला ध्वस्त करने बीजेपी अपना पूरा जोर लगा रही है. छिंदवाड़ा में कमलनाथ का जादू खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार यहां के दौरे का रहे हैं, 25 मार्च को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी छिंदवाड़ा पहुंच रहे हैं. अमित शाह की उपस्थिति में बीजेपी भव्य कार्यक्रम करने जा रही है, उधर कमलनाथ भी अपना गढ़ बचाने के लिए मैदान में उतर गए हैं. इस बीच बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग भी लगातार तीखी होती जा रही है.
छिंदवाडा का गढ़ छीनने मशक्कत में जुटी बीजेपी: छिंदवाडा इलाके में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की जड़े बेहद गहरी हैं, यही वजह है कि आजादी के बाद सिर्फ एक बार ही ऐसा मौका आया जब कमलनाथ के हाथों से छिंदवाडा लोकसभा सीट छिनी थी. पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के दौरान भी बीजेपी इस सीट पर कब्जा जाने में चूक गई थी, यही हाल विधानसभा सीटों के मामले में है. छिंदवाड़ा में विधानसभा की 7 सीटें हैं- जुन्नारदेव, पांढुर्णा, परसिया, छिंदवाड़ा, सौंसर, चौराई और अमरवाड़ा. इन सभी सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है, आगामी विधानसभा चुनाव में कमलनाथ को उनके घर में ही घेरने की रणनीति पर काम कर रही बीजेपी ने पूरे पार्टी को यहां लगा दिया है. छिंदवाड़ा का प्रभारी कृषि मंत्री कमल पटेल को बनाया गया है, जो लगातार यहां सक्रिय हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा भी यहां कई दौरे कर चुके हैं, इसके अलावा बीजेपी प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद और मुख्यमंत्री भी लगातार यहां पहुंच रहे हैं. महाराष्ट्र सीमा से सटे छिंदवाड़ा और दूसरी विधानसभा सीटों में छत्रपति शिवाजी फेक्टर को भुनाने के लिए पिछले दिनों शिवाजी की प्रतिमा स्थापित कर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की गई थी, अब केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह 25 मार्च को यहां पहुंच रहे हैं.
बयान बाजी हुई तीखी: उधर विधानसभा चुनाव में भले ही कुछ माह बाकी हों, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के बीच चुनावी बयानबाजी तीखी होती जा रही है. एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छिंदवाड़ा में सीधे कमलनाथ पर हमला बोला था, इसके बाद अब जवाब में कमलनाथ ने कहा है कि सीएम ने छिंदवाड़ा में कहा कि "वे मेरा अंत करना चाहते हैं, अंत तो एक दिन सबका होना है, कोई अमर होकर नहीं आया, लेकिन मेरी एक ही इच्छा है कि जिस छिंदवाड़ा की पवित्र भूमि की मैं पिछले 44 सालों से सेवा कर रहा हूं, उसी की सेवा में अपना जीवन अर्पित कर दूं. महात्मा गांधी की पार्टी ने मुझे संस्कार दिए हैं, लेकिन खरीद फरोख्त की सत्ता ने आपको मदांध कर दिया है." उधर मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने पटलवार करते हुए कहा कि "कमलनाथ और कांग्रेस की जड़ें इतनी गहरी हैं कि शिवराज की कई पीढियां उन्हें जमीन में दफनाने का ख्वाब नहीं देख पाएंगी."