छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश कृषि उपज मंडी कर्मचारी संघ ने 25 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया. वेतन और पेंशन की व्यवस्थाओं को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं. कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. इससे पहले कर्मचारी सीएम शिवराज के आश्वासन पर हड़ताल खत्म कर चुके थे, लेकिन एक बार फिर उन्होंने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है.
छिंदवाड़ा कृषि उपज मंडी के कर्मचारी 25 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वेतन और पेंशन की व्यवस्था और अन्य मांगों को सुनिश्चित करने हेतु मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था, जो 15 दिन बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हुआ. लिहाजा वे दोबारा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ रहे हैं. छिंदवाड़ा कृषि उपज मंडी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने बताया कि लगभग प्रदेश भर में 9 हजार कर्मचारी और लगभग 3 हजार पेंशनर्स हैं, जो इससे प्रभावित हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.
कर्मचारियों ने बताया कि 3 सितंबर से वो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए थे. मुख्यमंत्री द्वारा आश्वासन के बाद 7 सितंबर को हड़ताल समाप्त कर दी गई थी. मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया था कि 15 दिनों के अंदर उनकी बातें मान ली जाएंगी. इसके बाद मांगें पूरी नहीं होने पर एक बार फिर मध्य प्रदेश कृषि उपज मंडी कर्मचारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहा है.