छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में डेंगू तेजी से फैल रहा है. डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में छिंदवाड़ा भी शामिल है. लेकिन स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते शहर में गंदगी का अंबार है. शहर के कई इलाकों की नालियों में 15-15 दिनों से पानी जमा है. गंदे पानी में पनप रहे मच्छरों से रिहायशी इलाकों में डेंगू फैलने का खतरा बढ़ रहा है. शहर के मुख्य इलाके में मेडिकल कॉलेज के सामने सड़क पर कई दिनों से पानी भरा है, जिसकी निकासी की व्यवस्था तक नहीं की जा रही है.
छिंदवाड़ा नगर निगम के अंतर्गत कई क्षेत्रों में साफ सफाई का अभाव और जलभराव जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. छिंदवाड़ा नगर निगम ने शहर के वार्ड क्रमांक 38 में एक महीने पहले नाली का निर्माण करवाया था. इन नालियों से पानी की निकाली नहीं होने के चलते बारिश का पानी भर गया है. जिसकी वजह से गंदे पानी में मच्छर पनपने जैसी समस्या से रहवासी जूझ रहे हैं.
वार्ड क्रमांक 38 के लोगों का कहना है कि "मध्य प्रदेश में जहां डेंगू को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक लोगों को जागरूक कर रहे हैं, और जलभराव न होने देने की अपील कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ छिंदवाड़ा नगर निगम की लापरवाही के चलते शहर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति निर्मत हो रही है. इसके बाद गंदे पानी में डेंगू समेत अन्य बीमारियां फैलाने वाले मच्छर पनप रहे हैं."
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छिंदवाड़ा जिले में डेंगू का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में अब तक 205 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. दूसरी तरफ लोगों का इलाज करने वाले छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के सामने जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है, जिसे लेकर विनायक नगर के पूर्व पार्षद का कहना है कि "नगर पालिका निगम द्वारा नाली का निर्माण किया गया था, लेकिन सीवेज लाइन वालों के नाली को तोड़ दिया, जिसके कारण वहां पर जलभराव हो रहा है."
इसे लेकर जब नगर निगम के असिस्टेंट कमिश्नर अनंत धुर्वे से बात की गई, तो उनका कहना था कि "वार्ड 38 में नालियों में पानी भरा होने की जानकारी मिली है, जिसपर संज्ञान लेकर निराकरण करने के निर्देश दे दिए गए हैं. जिन भी जगहों पर जलभराव की स्थिति है, वहां जल निकाली करवाने की व्यवस्था की जा रही है."