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Good News for 2021: एक सदी बाद यात्रियों को मिलेगी ब्रॉडगेज की सौगात

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Published : Dec 29, 2020, 9:03 PM IST

Updated : Dec 29, 2020, 10:17 PM IST

छिंदवाड़ा के लोगों को जल्द नैरोगेज लाइन से छुटकारा मिल जाएगा. साल 2021 की शुरुआत में ही लोगों को अच्छी खबर मिलेगी. नैरोगेज को ही ब्रॉडगेज लाइन में बदला जा रही है. हालांकि इस पर काम लगभग पूरा हो गया है. फिर भी इस पर सेफ्टी से जुड़े ट्रायल्स चल रहे हैं. उसे भी पूरा कर निकट भविष्य में यहां से यात्री गाड़ियां चलने लगेंगी.

Broadgauge gift
ब्रॉडगेज की सौगात

छिंदवाड़ा। Good News for 2021 यह है कि रेल का सफर करने वाले यात्रियों के लिए साल की शुरुआत में ही बड़ी सौगात मिलेगी. दरअसल छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच 149 किलोमीटर की ब्रॉडगेज लाइन बनकर तैयार है जिसका ट्रायल भी हो चुका है. जल्द ही छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच ब्रॉडगेज का काम पूरा होने के साथ ट्रेनें दौड़ेंगी. छिंदवाड़ा स्टेशन के मैनेजर संतोष श्रीवास का कहना है कि फरवरी से मार्च के बीच सबकुछ सामान्य रहा तो, छिंदवाड़ा से नागपुर तक ब्रॉडगेज की सौगात मिल जाएगी.

यात्रियों को मिलेगी ब्रॉडगेज की सौगात

एक नवंबर 2015 से बंद हुई थी नैरोगेज ट्रेन

छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच ब्रॉडगेज लाइन बिछाने के लिए एक नवंबर 2015 को ब्रॉडगेज ट्रेन के पहिए थाम दिए गए थे. इसके बाद से ही सरकारी लेटलतीफी के चलते 3 साल में पूरा होने वाला काम 5 सालों तक पहुंच गया. हालांकि अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कह चुके है कि छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच ब्रॉडगेज मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी, यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की होगी. जिसको लेकर भी संशय बना हुआ है. क्योंकि विशेषज्ञों का मानना है कि पटरी इस लायक नहीं है कि इतनी तेज रफ्तार से कोई ट्रेन छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच दौड़ सके.

railway track
रेलवे ट्रैक

नैरोगेज लाइन को ब्रॉडगेज में किया कनवर्ट

छिंदवाड़ा स्टेशन के मैनेजर संतोष श्रीवास ने बताया कि ब्रॉडगेज लाइन को ही नैरोगेज लाइन में बदला गया है. हांलांकि इस पर काम लगभग हो पूरा है लेकिन फिर भी इस पर कुछ और काम बाकी है. उसे पूरा किया जा रहा है. उन्होंने बताया भी बताया कि निकट भविष्य में यहां से यात्री गाड़ियां भी चलने लगेंगी.

ब्रॉडगेज से नागपुर का सफर महज तीन घंटे

एक और लाइन छिंदवाड़ा से नैनपुर के लिए भी काम जारी है. साल 2021 के फरवरी के लास्ट से छिंदवाड़ा से चौरई तक के लिए नई लाइन शुरु होने की संभावना है. छिंदवाड़ा से नागपुर जाने के लिए पहले नैरोगेज से 6 से 7 घंटे का वक्त लगता था. जबकि ब्रॉडगेज होने से अब वहीं सफर तीन से सवा तीन घंटे में पूरा कर लिया जाएगा.

Narrow gauge train
नैरोगेज ट्रेन

1420.38 करोड़ की नागपुर-छिंदवाड़ा रेल परियोजना

तीन राज्यों को जोड़ने वाली यह अहम रेल परियोजना नैरोगेज से ब्रॉडगेज में परिवर्तित होने के साथ ही लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होगी. इसकी कुल लागत 1420.38 करोड़ थी. इसे पूरा करने के लिए अंतिम तिथि 31 मई 2019 रखी गई थी, लेकिन बारिश के कारण लगातार देरी हो रही थी. अब यह पूरी तरह तैयार हो गई है.

एक सदी बाद मिलेगी ब्रॉडगेज की सुविधा

छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक बनाने की कार्य योजना साल 2004 में शुरू किया गया था. ट्रैक को बनाने में करीब बारह सौ करोड़ का मेगा बजट रेलवे ने खर्च किया है. नैरोगेज सेवा अंग्रेजों के जमाने से थी, सन 1902 से छिंदवाड़ा रेल सेवा से जुड़ गया था अब एक सदी बाद ब्रॉडगेज इस मार्ग को नसीब हो पाया है.

Chhindwara Railway Station
छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन

आधुनिक मशीनों से तैयार रेलवे ट्रैक

भंडारकुंड से भीमालगोंदी के बीच 20 किमी का रास्ता है. यहां पर घाट सेक्शन होने के कारण 45 मीटर ऊंचा रेलवे ब्रिज, 26 बड़े व 275 छोटे ब्रिज. घाट सेक्शन पर 700 मीटर और 120 मीटर लंबी दो सुरंग बनाई गई है. यहां पर मिट्टी धंसने और भूस्खलन होने की आशंका अधिक ह, इसलिए रेलवे ने यहां पर अधिक अत्याधुनिक मशीनें लगाकर कार्य किया है. यहां पर कार्य करना रेलवे के लिए एक बड़ी चुनौती था. पूरे ट्रैक की लंबाई 149 किमी है. इस बीच 11 स्टेशन हैं, 16 हाल्ट स्टेशन, 28 बड़े पुल, 307 पुल और दो सुरंगे हैं.

छिंदवाड़ा। Good News for 2021 यह है कि रेल का सफर करने वाले यात्रियों के लिए साल की शुरुआत में ही बड़ी सौगात मिलेगी. दरअसल छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच 149 किलोमीटर की ब्रॉडगेज लाइन बनकर तैयार है जिसका ट्रायल भी हो चुका है. जल्द ही छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच ब्रॉडगेज का काम पूरा होने के साथ ट्रेनें दौड़ेंगी. छिंदवाड़ा स्टेशन के मैनेजर संतोष श्रीवास का कहना है कि फरवरी से मार्च के बीच सबकुछ सामान्य रहा तो, छिंदवाड़ा से नागपुर तक ब्रॉडगेज की सौगात मिल जाएगी.

यात्रियों को मिलेगी ब्रॉडगेज की सौगात

एक नवंबर 2015 से बंद हुई थी नैरोगेज ट्रेन

छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच ब्रॉडगेज लाइन बिछाने के लिए एक नवंबर 2015 को ब्रॉडगेज ट्रेन के पहिए थाम दिए गए थे. इसके बाद से ही सरकारी लेटलतीफी के चलते 3 साल में पूरा होने वाला काम 5 सालों तक पहुंच गया. हालांकि अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कह चुके है कि छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच ब्रॉडगेज मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी, यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की होगी. जिसको लेकर भी संशय बना हुआ है. क्योंकि विशेषज्ञों का मानना है कि पटरी इस लायक नहीं है कि इतनी तेज रफ्तार से कोई ट्रेन छिंदवाड़ा से नागपुर के बीच दौड़ सके.

railway track
रेलवे ट्रैक

नैरोगेज लाइन को ब्रॉडगेज में किया कनवर्ट

छिंदवाड़ा स्टेशन के मैनेजर संतोष श्रीवास ने बताया कि ब्रॉडगेज लाइन को ही नैरोगेज लाइन में बदला गया है. हांलांकि इस पर काम लगभग हो पूरा है लेकिन फिर भी इस पर कुछ और काम बाकी है. उसे पूरा किया जा रहा है. उन्होंने बताया भी बताया कि निकट भविष्य में यहां से यात्री गाड़ियां भी चलने लगेंगी.

ब्रॉडगेज से नागपुर का सफर महज तीन घंटे

एक और लाइन छिंदवाड़ा से नैनपुर के लिए भी काम जारी है. साल 2021 के फरवरी के लास्ट से छिंदवाड़ा से चौरई तक के लिए नई लाइन शुरु होने की संभावना है. छिंदवाड़ा से नागपुर जाने के लिए पहले नैरोगेज से 6 से 7 घंटे का वक्त लगता था. जबकि ब्रॉडगेज होने से अब वहीं सफर तीन से सवा तीन घंटे में पूरा कर लिया जाएगा.

Narrow gauge train
नैरोगेज ट्रेन

1420.38 करोड़ की नागपुर-छिंदवाड़ा रेल परियोजना

तीन राज्यों को जोड़ने वाली यह अहम रेल परियोजना नैरोगेज से ब्रॉडगेज में परिवर्तित होने के साथ ही लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होगी. इसकी कुल लागत 1420.38 करोड़ थी. इसे पूरा करने के लिए अंतिम तिथि 31 मई 2019 रखी गई थी, लेकिन बारिश के कारण लगातार देरी हो रही थी. अब यह पूरी तरह तैयार हो गई है.

एक सदी बाद मिलेगी ब्रॉडगेज की सुविधा

छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक बनाने की कार्य योजना साल 2004 में शुरू किया गया था. ट्रैक को बनाने में करीब बारह सौ करोड़ का मेगा बजट रेलवे ने खर्च किया है. नैरोगेज सेवा अंग्रेजों के जमाने से थी, सन 1902 से छिंदवाड़ा रेल सेवा से जुड़ गया था अब एक सदी बाद ब्रॉडगेज इस मार्ग को नसीब हो पाया है.

Chhindwara Railway Station
छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन

आधुनिक मशीनों से तैयार रेलवे ट्रैक

भंडारकुंड से भीमालगोंदी के बीच 20 किमी का रास्ता है. यहां पर घाट सेक्शन होने के कारण 45 मीटर ऊंचा रेलवे ब्रिज, 26 बड़े व 275 छोटे ब्रिज. घाट सेक्शन पर 700 मीटर और 120 मीटर लंबी दो सुरंग बनाई गई है. यहां पर मिट्टी धंसने और भूस्खलन होने की आशंका अधिक ह, इसलिए रेलवे ने यहां पर अधिक अत्याधुनिक मशीनें लगाकर कार्य किया है. यहां पर कार्य करना रेलवे के लिए एक बड़ी चुनौती था. पूरे ट्रैक की लंबाई 149 किमी है. इस बीच 11 स्टेशन हैं, 16 हाल्ट स्टेशन, 28 बड़े पुल, 307 पुल और दो सुरंगे हैं.

Last Updated : Dec 29, 2020, 10:17 PM IST
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