छिंदवाड़ा। सौंसर में कुएं की सफाई के दौरान जहरीली गैस रिसने से तीन युवकों की मौत हो गई. सौसर के वार्ड नंबर 9 में कुएं की सफाई करने उतरे एक युवक का दम घुटने लगा. युवक को बचाने के लिए कुएं में दो और लोग उतरे लेकिन उनकी भी दम घुटने से मौत हो गई है.
करीब 2 घंटे की देरी से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने कुएं से शव को निकाला. देर से पहुंची एनडीआरएफ की टीम को लेकर स्थानीय लोग और परिजनों में काफी गुस्सा देखने को मिला. लोगों का आरोप है कि नगरपालिका के पास रेस्क्यू के पुख्ता इंतजाम नहीं थे. एनडीआरएफ की टीम ने कुएं के भीतर मृतकों के परिजन को ही उतारा. अगर टीम सही वक्त पर आ जाती तो शायद लोगों की जान बच सकती थी.
वार्ड नंबर 9 में नाले के किनारे सार्वजनिक में कुआं करीब 40 साल से ज्यादा पुराना है. कुआं बहुत छोटा होने की वजह से काफी संकरा भी है. दो दिन से कुएं की सफाई चल रही थी. दोपहर में भी सफाई करने श्रीराजू के कुएं में उतरा था. जब कुएं में से उसकी आवाज नहीं आई तो लोगों ने शोर मचाना शुरू किया और उसे बचाने के लिए शकीर अहमद और शहीद भी उतर गए और उनकी भी जहरीली गैस के चलते मौत हो गई.
मौके पर पहुंचे प्रशासन के पास रेस्क्यू की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी. कुएं से पानी कैसे खाली करें और लोगों को कैसे बचाया जा सके, इसी प्रयास में करीब 2 घंटा बीत गया. कुछ देर बाद मोटर पंप से कुएं का पानी खाली करना शुरू किया गया. पानी अधिक होने की वजह से खाली करने में काफी समय लगा और 2 घंटे की देरी से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने आखिरकार सिर्फ शव को ही निकल सकी.