छतरपुर। जिले के बिजावर तहसील के किशनगढ़ गांव के स्कूल को शिक्षकों और ठेकादरों की मदद से किराए पर दिए जाने का मामला सामने आया है. जहां तेंदूपत्ता तोड़ने वाले मजदूरों ने स्कूल में टेरा जमा रखा है. मामले में जिला सहायक शिक्षा अधिकारी एचएस त्रिपाठी का कहना है. हम इसकी जांच कराएंगे अगर मामला सही पाया जाएगा तो स्कूल शिक्षा विभाग के नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी.
बताया जा रहा है कि कि किशनगढ़ के झबर्रा प्राथमिक स्कूल इन दिनों धर्मशाला की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. क्योंकि यहां तेंत्तूपत्ता के ठेकेदारों और स्कूल शिक्षकों की मिलीभगत से स्कूल को किराए पर दे दिया है, जिससे स्कूल में कई मजूदर रुके हुए हैं. जबकि इस प्रशासन का ध्यान ही नहीं है और न ही अब तक इस मामले में पर कोई कार्रवाई की गई है.
मामले में जब जिला सहायक शिक्षा अधिकारी एसएस त्रिपाठी से बात की गई तो उनका कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी. अगर स्कूल को किराए पर दिया गया है तो शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि स्कूल का इस्तेमाल रुकने या ठहरने के लिए नहीं किया जा सकता है.
क्या कहता है स्कूल शिक्षा विभाग का नियम
स्कूल शिक्षा विभाग का नियम कहता है कि शासकीय स्कूल में न तो किसी प्रकार का कोई आयोजन किया जा सकता है और ना ही किसी बाहरी संस्था कोई स्कूल का इस्तेमाल करने को दिया जा सकता है. लेकिन इन सभी नियमों को दरकिनार कर स्कूल के शिक्षकों ने तेंदूपत्ता के ठेकेदारों से सांठगांठ कर इस स्कूल को किराए पर दिया है.