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जिस देश में बेटी को माना जाता है देवी, वहां पर दर-दर भटकने को मजबूर मां-बेटी - Dr. Vishal Tomar

छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र के खिरी गांव में रहने वाली एक महिला को तीसरी बेटी होने पर उसके पति ने उसे छोड़कर दूसरी शादी कर ली.यहां भी सुसरालवालों का दिल नहीं भरा जिसके बाद सास ने भी लाचार महिला के साथ मारपीट करके उसको घर निकाल दिया.

कुपोषित बच्ची को लेकर दर-दर भटक रही मां
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Published : Oct 11, 2019, 11:51 AM IST

Updated : Oct 11, 2019, 12:23 PM IST

छतरपुर। देश में एक ओर जहां बेटियों को बढ़ावा देने के लिए सरकारें नई-नई योजनाएं चला रही हैं, तमाम दावे भी किए जाते रहे हैं, आज के दौर में बेटियां किसी से कम नहीं हैं हर रोज नई ऊंचाईयों को छूकर देश का नाम रोशन कर रही हैं. अब बेटियों को बोझ नहीं माना जाता है, लेकिन कुछ समाज में आज भी कुछ लोग हैं जो बेटियों को बोझ मानते हैं उनके अंदर मानवता पूरी तरह से खत्म हो चुकी है.

कुपोषित बच्ची को लेकर दर-दर भटक रही मां

अब जरा गौर से देखिए ये तस्वीरें, ये है आजाद भारत की वह तस्वीरें हैं जो शायद ही इससे पहले आप ने देखी होगी. एक मां जो अपनी अति कुपोषित बच्ची को लेकर दर दर भटक रही है, कठोर दिल पति ने दूसरी शादी रचा ली है और सास ने भी इसके साथ मारपीट करके घर से निकाल दिया है, अब ये बेसहारा सिर्फ न्याय की गुहार लगा रही है.

पीड़ित मां का कहना है कि तीसरी बेटी को जन्म देना ससुराल पक्ष को नागवार गुजरा और उस पर जुल्म करना शुरु कर दिया. पति उसे छोड़कर दिल्ली भाग गया और आखिरकार सास ने भी मारपीट करते हुए उसे घर से बाहर निकाल दिया.

जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर विशाल तोमर बताते हैं कि महिला जिस बच्ची को लेकर आई है वह अति कुपोषित है, मालूम होता है कि शायद उसे ठीक से खानपान नहीं दिया गया है यही वजह है उसकी बेटी हाई रिस्क पर है.

जिस देश में हम कन्याओं और महिलाओं को 9 दिनों तक देवी मानकर पूजते हैं आज उसी देश में मासूम बच्चियों और महिलाओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है. जहां एक महिला शादी के बाद अपना घर-बार अपने सपने छोड़कर एक अनजान परिवार में जाने को तैयार हो जाती है वहीं उसके साथ जुल्म ढाया जाता है. ऐसे में हम कैसे दांवा कर सकते हैं कि हम बेटियों को मान और सम्मान देते हैं.

अमानवीयता की दर्दनाक तस्वीरें-
ये तस्वीरें छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना से सामने आई हैं. यहां के खिरी गांव में रहने वाली इस मां को इसलिए घर से बेदखल कर दिया क्योंकि उसके यहां बेटी पैदा हुई है, जो कलयुगी पति और उसके परिजनों को नागवार गुजरा. ससुराल पक्ष का सितम इतना है कि घर से बेदखल करने के दौरान इस मां के साथ मारपीट तक कर दी और पत्नी को बेसहारा कर पति ने दूसरी शादी कर ली.

दर दर की ठोकरें खा रही बेबस मां-
बेसहारा होने के बाद दर-दर की ठोकरें खा रही पीड़ित महिला पर गांव के ही कुछ जागरुक युवकों की नजर पड़ी, जहां पीड़ित मां अपनी बच्ची को दूध की जगह हैंडपंप का पानी पिला रही थी, पीड़ित मां को युवकों ने सहारा दिया और हॉस्पिटल में भर्ती कराया.

कुशवाहा समाज की जिला अध्यक्ष ने न्याय दिलाने का दिया आश्वासन-
मामले की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचीं गायत्री कुशवाहा जो कि एक समाज सेवी हैं और कुशवाहा समाज की महिला जिला अध्यक्ष भी हैं. उनका कहना है कि उन्हें मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी लगी. जिसके बाद जल्द से जल्द उसके ससुराल और मायके में जाकर पूरे मामले की जांच करेंगे और पीड़ित महिला को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा.

छतरपुर। देश में एक ओर जहां बेटियों को बढ़ावा देने के लिए सरकारें नई-नई योजनाएं चला रही हैं, तमाम दावे भी किए जाते रहे हैं, आज के दौर में बेटियां किसी से कम नहीं हैं हर रोज नई ऊंचाईयों को छूकर देश का नाम रोशन कर रही हैं. अब बेटियों को बोझ नहीं माना जाता है, लेकिन कुछ समाज में आज भी कुछ लोग हैं जो बेटियों को बोझ मानते हैं उनके अंदर मानवता पूरी तरह से खत्म हो चुकी है.

कुपोषित बच्ची को लेकर दर-दर भटक रही मां

अब जरा गौर से देखिए ये तस्वीरें, ये है आजाद भारत की वह तस्वीरें हैं जो शायद ही इससे पहले आप ने देखी होगी. एक मां जो अपनी अति कुपोषित बच्ची को लेकर दर दर भटक रही है, कठोर दिल पति ने दूसरी शादी रचा ली है और सास ने भी इसके साथ मारपीट करके घर से निकाल दिया है, अब ये बेसहारा सिर्फ न्याय की गुहार लगा रही है.

पीड़ित मां का कहना है कि तीसरी बेटी को जन्म देना ससुराल पक्ष को नागवार गुजरा और उस पर जुल्म करना शुरु कर दिया. पति उसे छोड़कर दिल्ली भाग गया और आखिरकार सास ने भी मारपीट करते हुए उसे घर से बाहर निकाल दिया.

जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर विशाल तोमर बताते हैं कि महिला जिस बच्ची को लेकर आई है वह अति कुपोषित है, मालूम होता है कि शायद उसे ठीक से खानपान नहीं दिया गया है यही वजह है उसकी बेटी हाई रिस्क पर है.

जिस देश में हम कन्याओं और महिलाओं को 9 दिनों तक देवी मानकर पूजते हैं आज उसी देश में मासूम बच्चियों और महिलाओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है. जहां एक महिला शादी के बाद अपना घर-बार अपने सपने छोड़कर एक अनजान परिवार में जाने को तैयार हो जाती है वहीं उसके साथ जुल्म ढाया जाता है. ऐसे में हम कैसे दांवा कर सकते हैं कि हम बेटियों को मान और सम्मान देते हैं.

अमानवीयता की दर्दनाक तस्वीरें-
ये तस्वीरें छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना से सामने आई हैं. यहां के खिरी गांव में रहने वाली इस मां को इसलिए घर से बेदखल कर दिया क्योंकि उसके यहां बेटी पैदा हुई है, जो कलयुगी पति और उसके परिजनों को नागवार गुजरा. ससुराल पक्ष का सितम इतना है कि घर से बेदखल करने के दौरान इस मां के साथ मारपीट तक कर दी और पत्नी को बेसहारा कर पति ने दूसरी शादी कर ली.

दर दर की ठोकरें खा रही बेबस मां-
बेसहारा होने के बाद दर-दर की ठोकरें खा रही पीड़ित महिला पर गांव के ही कुछ जागरुक युवकों की नजर पड़ी, जहां पीड़ित मां अपनी बच्ची को दूध की जगह हैंडपंप का पानी पिला रही थी, पीड़ित मां को युवकों ने सहारा दिया और हॉस्पिटल में भर्ती कराया.

कुशवाहा समाज की जिला अध्यक्ष ने न्याय दिलाने का दिया आश्वासन-
मामले की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचीं गायत्री कुशवाहा जो कि एक समाज सेवी हैं और कुशवाहा समाज की महिला जिला अध्यक्ष भी हैं. उनका कहना है कि उन्हें मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी लगी. जिसके बाद जल्द से जल्द उसके ससुराल और मायके में जाकर पूरे मामले की जांच करेंगे और पीड़ित महिला को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा.

Intro:तस्वीरें जरा गौर से देखिए आजाद भारत की वह तस्वीर है जो शायद ही इससे पहले किसी ने देखी होगी एक पीड़ित मां अपने हाथों में 2 महीने की कुपोषित बच्ची को लेकर दरवादर दर भटक रही है मां का कुसूर सिर्फ इतना है किसने तीसरी बार भी बेटी को जन्म दिया!

जिसके बाद उसके पति एवं सास ने उसे घर से मारकर भगा दिया!


Body: छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खिरी गांव में रहने वाली राजकुमारी कुशवाहा को तीसरी बेटी होने पर उसके पति ने उसे छोड़ कर दूसरी शादी कर ली और उसे अपनी मां के पास छोड़कर दिल्ली भाग गया!

पीड़िता की माने तो जैसे ही उसने तीसरी बेटी को जन्म दिया उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने उस पर जुल्म ढाना शुरू कर दिया पति उसे पहले ही छोड़कर भाग गया था और आखिरकार सास ने भी मारपीट करते हुए राजकुमारी को घर से निकाल दिया!

बाइट_राजकुमारी कुशवाहा पीड़िता

राजकुमारी ने जिस बेटी को जन्म दिया बजन सही अति कुपोषित है और उसका वजन सिर्फ 1 किलो 700 ग्राम का है डॉक्टर हाई रिस्क की श्रेणी में रखते हैं

राजकुमारी अपनी बेटी को लेकर गांव में ही भटक रही थी तभी गांव में ही रहने वाले कुछ युवकों की नजर इस पीड़ित मां पर पड़ गई जिस समय उन्होंने इस महिला को देखा उस समय या पीड़िता अपनी बच्ची को दूध की जगह हैंडपंप का पानी पिला रही थी इसके बाद युवकों ने न सिर्फ इसकी मदद की बल्कि आप भी कुछ जानने के बाद उसको जिला अस्पताल ले आए!

जहां उन्होंने महिला को एवं उसके बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और उसके बाद वापस अपने गांव चले गए!

बाइट_हिमांशु नायक मदत करने वाला युवक

जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ विशाल तोमर बताते हैं कि महिला जिस बच्ची को लेकर आई है वह अति कुपोषित है मालूम होता है कि शायद उसे ठीक से खानपान नहीं दिया गया यही वजह है उसकी बेटी हाई रिस्क पर है!

बाइट_डॉ विशाल तौमर

मामले की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची गायत्री कुशवाहा जो कि एक समाज सेवी हैं और कुशवाहा समाज की महिला जिला अध्यक्ष भी है उनका कहना है कि उन्हें मीडिया के माध्यम से ही इसकी जानकारी लगी है जल्द से जल्द उसके ससुराल एवं मायके में जाकर पूरे मामले की जांच करेंगे और पीड़ित महिला को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा!

बाइट_गायत्री कुशवाहा _समाजसेवी



Conclusion: जिस देश में हम कन्याओं एवं महिलाओं को 9 दिन तक देवी मान कर पूछते हैं उस देश में मासूम बच्चियों एवं महिलाओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार होना यह दर्शाता है कि आज भी लोग एक बेटे की लालसा में महिलाओं एवं बच्चियों के साथ किस तरह का दुर्व्यवहार करते है!
Last Updated : Oct 11, 2019, 12:23 PM IST
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