छतरपुर। देश में एक ओर जहां बेटियों को बढ़ावा देने के लिए सरकारें नई-नई योजनाएं चला रही हैं, तमाम दावे भी किए जाते रहे हैं, आज के दौर में बेटियां किसी से कम नहीं हैं हर रोज नई ऊंचाईयों को छूकर देश का नाम रोशन कर रही हैं. अब बेटियों को बोझ नहीं माना जाता है, लेकिन कुछ समाज में आज भी कुछ लोग हैं जो बेटियों को बोझ मानते हैं उनके अंदर मानवता पूरी तरह से खत्म हो चुकी है.
अब जरा गौर से देखिए ये तस्वीरें, ये है आजाद भारत की वह तस्वीरें हैं जो शायद ही इससे पहले आप ने देखी होगी. एक मां जो अपनी अति कुपोषित बच्ची को लेकर दर दर भटक रही है, कठोर दिल पति ने दूसरी शादी रचा ली है और सास ने भी इसके साथ मारपीट करके घर से निकाल दिया है, अब ये बेसहारा सिर्फ न्याय की गुहार लगा रही है.
पीड़ित मां का कहना है कि तीसरी बेटी को जन्म देना ससुराल पक्ष को नागवार गुजरा और उस पर जुल्म करना शुरु कर दिया. पति उसे छोड़कर दिल्ली भाग गया और आखिरकार सास ने भी मारपीट करते हुए उसे घर से बाहर निकाल दिया.
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर विशाल तोमर बताते हैं कि महिला जिस बच्ची को लेकर आई है वह अति कुपोषित है, मालूम होता है कि शायद उसे ठीक से खानपान नहीं दिया गया है यही वजह है उसकी बेटी हाई रिस्क पर है.
जिस देश में हम कन्याओं और महिलाओं को 9 दिनों तक देवी मानकर पूजते हैं आज उसी देश में मासूम बच्चियों और महिलाओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है. जहां एक महिला शादी के बाद अपना घर-बार अपने सपने छोड़कर एक अनजान परिवार में जाने को तैयार हो जाती है वहीं उसके साथ जुल्म ढाया जाता है. ऐसे में हम कैसे दांवा कर सकते हैं कि हम बेटियों को मान और सम्मान देते हैं.
अमानवीयता की दर्दनाक तस्वीरें-
ये तस्वीरें छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना से सामने आई हैं. यहां के खिरी गांव में रहने वाली इस मां को इसलिए घर से बेदखल कर दिया क्योंकि उसके यहां बेटी पैदा हुई है, जो कलयुगी पति और उसके परिजनों को नागवार गुजरा. ससुराल पक्ष का सितम इतना है कि घर से बेदखल करने के दौरान इस मां के साथ मारपीट तक कर दी और पत्नी को बेसहारा कर पति ने दूसरी शादी कर ली.
दर दर की ठोकरें खा रही बेबस मां-
बेसहारा होने के बाद दर-दर की ठोकरें खा रही पीड़ित महिला पर गांव के ही कुछ जागरुक युवकों की नजर पड़ी, जहां पीड़ित मां अपनी बच्ची को दूध की जगह हैंडपंप का पानी पिला रही थी, पीड़ित मां को युवकों ने सहारा दिया और हॉस्पिटल में भर्ती कराया.
कुशवाहा समाज की जिला अध्यक्ष ने न्याय दिलाने का दिया आश्वासन-
मामले की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचीं गायत्री कुशवाहा जो कि एक समाज सेवी हैं और कुशवाहा समाज की महिला जिला अध्यक्ष भी हैं. उनका कहना है कि उन्हें मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी लगी. जिसके बाद जल्द से जल्द उसके ससुराल और मायके में जाकर पूरे मामले की जांच करेंगे और पीड़ित महिला को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा.