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कर्ज में डूबे किसान की पत्नी ने की खुदकुशी, बैंक से लगातार नोटिस मिलने से थी परेशान - Chhatarpur debt victim farmer suicide

छतरपुर जिले में बुधवार को कर्ज में डूबे एक किसान की पत्नी की जहर खाने से मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि किसान के परिवार पर बैंक द्वारा लगातार कर्ज चुकाने का दबाव बनाया जा रहा था. फिलहाल अब पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.

Chhatarpur
महिला ने की खुदकुशी
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Published : Sep 25, 2020, 6:15 PM IST

Updated : Sep 25, 2020, 11:07 PM IST

छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में बुधवार को कर्ज में डूबे एक किसान की पत्नी की जहर खाने से मौत हो गई है. महिला के पुत्र ने परिवार की दुख भरी व्यथा सुनाते हुए कहा कि बैंकों से मिल रहे नोटिस के कारण उनकी मां ने खुदकुशी कर ली है. फिलहाल अब पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.

महिला ने की खुदकुशी

अलीपुरा क्षेत्र के ग्राम बड़ागांव निवासी 65 वर्षीय किसान हरदयाल अपनी चार बीघा जमीन में सब्जी की फसल उगाकर जीवन-यापन करते आ रहे थे. और बहन की शादी के लिए परिवार ने 6 साल पहले सहकारी बैंक से 25 हजार रूपए का कर्ज लिया, और बैंक ऑफ बड़ौदा से तीन साल पहले 80 हजार रूपए का कर्ज लिया था. लॉकडाउन के कारण पांचों बेटे दिल्ली से वापस लौट आए और बेरोजगार होकर घर बैठ गए.

इधर बैंक वाले पुराने कर्ज को लेकर परिवार को परेशान कर रहे थे, जिसके चलते 60 वर्षीय जानकी कुशवाहा ने 16 सितम्बर को जहर खा लिया था. परिवार के लोग महिला को छतरपुर के मिशन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था. जहां बुधवार की सुबह महिला की मौत हो गई है.

महिला के परिजनों का कहना है कि 7 लोगों के बीच महज चार बीघा जमीन थी. उसके पास कोई गरीबी रेखा का राशन कार्ड नहीं है. कई बार प्रयास किया, लेकिन राशन कार्ड नहीं बन सका, इसके साथ ही परिवार को संबल योजना का भी लाभ नहीं मिल रहा था. लिहाजा पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, और जांच के बाद दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में बुधवार को कर्ज में डूबे एक किसान की पत्नी की जहर खाने से मौत हो गई है. महिला के पुत्र ने परिवार की दुख भरी व्यथा सुनाते हुए कहा कि बैंकों से मिल रहे नोटिस के कारण उनकी मां ने खुदकुशी कर ली है. फिलहाल अब पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.

महिला ने की खुदकुशी

अलीपुरा क्षेत्र के ग्राम बड़ागांव निवासी 65 वर्षीय किसान हरदयाल अपनी चार बीघा जमीन में सब्जी की फसल उगाकर जीवन-यापन करते आ रहे थे. और बहन की शादी के लिए परिवार ने 6 साल पहले सहकारी बैंक से 25 हजार रूपए का कर्ज लिया, और बैंक ऑफ बड़ौदा से तीन साल पहले 80 हजार रूपए का कर्ज लिया था. लॉकडाउन के कारण पांचों बेटे दिल्ली से वापस लौट आए और बेरोजगार होकर घर बैठ गए.

इधर बैंक वाले पुराने कर्ज को लेकर परिवार को परेशान कर रहे थे, जिसके चलते 60 वर्षीय जानकी कुशवाहा ने 16 सितम्बर को जहर खा लिया था. परिवार के लोग महिला को छतरपुर के मिशन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था. जहां बुधवार की सुबह महिला की मौत हो गई है.

महिला के परिजनों का कहना है कि 7 लोगों के बीच महज चार बीघा जमीन थी. उसके पास कोई गरीबी रेखा का राशन कार्ड नहीं है. कई बार प्रयास किया, लेकिन राशन कार्ड नहीं बन सका, इसके साथ ही परिवार को संबल योजना का भी लाभ नहीं मिल रहा था. लिहाजा पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, और जांच के बाद दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Sep 25, 2020, 11:07 PM IST
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