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15 मई के बाद डैम से नहरों में छोड़ा जाएगा पानी, किसानों को मिलेगी राहत - Lavkushnagar

छतरपुर जिले के लवकुशनगर में इस साल किसानों को दो डैम से पानी मिला. अच्छी बारिश और डैम का पानी नहर में आने से किसानों के खेतों की सिंचाई हो सकेगी.

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Published : May 13, 2020, 10:56 AM IST

छतरपुर। जिले के लवकुशनगर में पिछले साल की तुलना में इस साल में दो डैम में पर्याप्त पानी की उपलब्धता के बाद मांग पत्र आने पर तीन दिन के लिए डैम से नहरों में पानी छोड़ा जाएगा. अच्छी खबर यह है बरियारपुर डैम से मिलने वाले पानी का कुछ हिस्सा शेष है जिसे जल संसाधन विभाग के अधिकारी कभी भी ले सकते हैं.

केन नदी में बने बरियारपुर डैम से 70 फीसदी पानी यूपी को मिलता है. जानकारी के अनुसार राजनगर क्षेत्र के कूटने डैम और उर्मिल नदी में बने सिंहपुर डैम में अभी पर्याप्त पानी संग्रहित है. इस वर्ष इलाके के किसानों को खेती के लिए समय-समय पर जल संसाधन विभाग ने पानी उपलब्ध कराया है.

इधर गर्मी के सीजन को देखते हुए तीन दिन के लिए नहरों में डैम से पानी छोड़े जाने की तैयारी शुरू कर दी है लेकिन अभी तक जल उपभोक्ता संस्थाओ ने डिमांड पत्र मुख्यालय नहीं भेजा है, इसलिए यह तैयारी टल रही है. वहीं बीते तीन दिनों से मौसम में आये अचानक बदलाव से इलाके में जमकर बारिश हुई चंदला क्षेत्र के बंसिया इलाके में खेतों में पानी भर गया यही वजह की नहरों में पानी छोड़े जाने की तारीख 15 मई से आगे बढ़ सकती है.

यूपी प्रशासन ने तीन दिन पहले छोड़ा पानी

अंग्रेजों के शासन काल में केन नदी में बने बरियारपुर डैम में पानी की ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाले यूपी प्रशासन ने तीन दिन पहले मुख्य नहर में पानी छोड़ दिया है. गौरतलब है बरियारपुर डैम से यूपी जाने वाले पानी से बांदा सहित आसपास इलाके के लोग गर्मियों की फसल भी उगाते है. इलाके के किसान अपनी जमीनों पर तीन फसल उगाकर अच्छा लाभ कमाते हैं.

मांग पत्र आने पर छोड़ा जाएगा पानी

बरियारपुर नहर क्रमांक एक के एसडीओ एचसी नामदेव का कहना है की गर्मियों के दिनों में डैम से पानी छोड़े जाने का विभाग को अभी तक कोई मांग पत्र प्राप्त नहीं हुआ है, यदि मांग पत्र मिलता है तो गठित समिति से अनुमति लेकर तीन-चार दिन के लिए पानी छोड़ा जाएगा. समिति के अध्यक्ष कलेक्टर होते हैं. वहीं दूसरी ओर सिंहपुर बैराज परियोजना के एसडीओ हेमंत गुप्ता का कहना है मांग पत्र मिलने के बाद सिंहपुर बैराज से पानी छोड़ा जा सकता है डैम में अभी 22 एमसीएम पानी उपलब्ध है.

छतरपुर। जिले के लवकुशनगर में पिछले साल की तुलना में इस साल में दो डैम में पर्याप्त पानी की उपलब्धता के बाद मांग पत्र आने पर तीन दिन के लिए डैम से नहरों में पानी छोड़ा जाएगा. अच्छी खबर यह है बरियारपुर डैम से मिलने वाले पानी का कुछ हिस्सा शेष है जिसे जल संसाधन विभाग के अधिकारी कभी भी ले सकते हैं.

केन नदी में बने बरियारपुर डैम से 70 फीसदी पानी यूपी को मिलता है. जानकारी के अनुसार राजनगर क्षेत्र के कूटने डैम और उर्मिल नदी में बने सिंहपुर डैम में अभी पर्याप्त पानी संग्रहित है. इस वर्ष इलाके के किसानों को खेती के लिए समय-समय पर जल संसाधन विभाग ने पानी उपलब्ध कराया है.

इधर गर्मी के सीजन को देखते हुए तीन दिन के लिए नहरों में डैम से पानी छोड़े जाने की तैयारी शुरू कर दी है लेकिन अभी तक जल उपभोक्ता संस्थाओ ने डिमांड पत्र मुख्यालय नहीं भेजा है, इसलिए यह तैयारी टल रही है. वहीं बीते तीन दिनों से मौसम में आये अचानक बदलाव से इलाके में जमकर बारिश हुई चंदला क्षेत्र के बंसिया इलाके में खेतों में पानी भर गया यही वजह की नहरों में पानी छोड़े जाने की तारीख 15 मई से आगे बढ़ सकती है.

यूपी प्रशासन ने तीन दिन पहले छोड़ा पानी

अंग्रेजों के शासन काल में केन नदी में बने बरियारपुर डैम में पानी की ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाले यूपी प्रशासन ने तीन दिन पहले मुख्य नहर में पानी छोड़ दिया है. गौरतलब है बरियारपुर डैम से यूपी जाने वाले पानी से बांदा सहित आसपास इलाके के लोग गर्मियों की फसल भी उगाते है. इलाके के किसान अपनी जमीनों पर तीन फसल उगाकर अच्छा लाभ कमाते हैं.

मांग पत्र आने पर छोड़ा जाएगा पानी

बरियारपुर नहर क्रमांक एक के एसडीओ एचसी नामदेव का कहना है की गर्मियों के दिनों में डैम से पानी छोड़े जाने का विभाग को अभी तक कोई मांग पत्र प्राप्त नहीं हुआ है, यदि मांग पत्र मिलता है तो गठित समिति से अनुमति लेकर तीन-चार दिन के लिए पानी छोड़ा जाएगा. समिति के अध्यक्ष कलेक्टर होते हैं. वहीं दूसरी ओर सिंहपुर बैराज परियोजना के एसडीओ हेमंत गुप्ता का कहना है मांग पत्र मिलने के बाद सिंहपुर बैराज से पानी छोड़ा जा सकता है डैम में अभी 22 एमसीएम पानी उपलब्ध है.

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