छतरपुर। जिले के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल में इन दिनों पान और गुटके की पीके इस कदर दिखाई दे रही हैं कि मानो जिला अस्पताल को नए रंग से रंग दिया गया हो. अस्पताल के अंदर जहां पर साफ-सफाई करने या सफाई बनाए रखने जैसे स्लोगन लिखे हुए हैं, उन्हीं दीवारों पर पान और गुटका खाने वालों ने थूका है.
जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में लगातार गंदगी का आलम देखने को मिल रहा है. मरीजों के साथ आने वाले परिजन और अस्पताल के कर्मचारी गुटका, पान खाकर अस्पताल के अंदर ही थूक रहें हैं. जिला अस्पताल में लगभग 500 से अधिक सफाई कर्मचारी काम करते हैं, बावजूद इसके गुटका और पान खाने वालों को रोकने वाला कोई नहीं है.
इस मामले में सिविल सर्जन एचएस त्रिपाठी का कहना है कि बुंदेलखंड के लोगों को इस तरह से समझाना आसान नहीं है. जल्दी वो चालानी कार्रवाई करेंगे. साथ ही इस संबंध में बेहतर प्रयास कर स्थानीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन से भी बात की जाएगी.