छतरपुर। दो दिन पहले एसडीएम कार्यालय में हुए हमले और गोलीबारी के मामले में छतरपुर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. खुलासे में एसपी तिलक सिंह ने बताया कि हमले का मास्टरमाइंड खुद एसडीएम अनिल सपकाले ही था. जिसने कुछ लोगों के साथ मिलकर एक फर्जी हमला करवाया था. पुलिस ने एसडीएम सहित बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर सहित दो अन्य लोगों पर गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
एसडीएम कार्यालय में हुई थी तोड़फोड़ और गोलीबारी
बता दें पांच फरवरी को एसडीएम कार्यालय में तोड़फोड़ और गोली चलाने का मामला सामने आया था. जिसमें छतरपुर एसडीएम ने पुलिस के आला अधिकारियों को इस बात की सूचना दी थी, कि उनके ऊपर कुछ अज्ञात लोगों ने जानलेवा हमला किया है. इस मामले के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई और पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. घटना के बाद लगातार लोग पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे थे. एसपी ने मामले को 3 दिन में सुलझाने और खुलासा करने के लिए 12 सदस्य टीम का गठन किया. जिसमें एडिशनल एसपी जयराज कुबेर को कमान दी गई.
प्रेसवार्ता कर एसपी ने किया खुलासा
दो दिन बाद पुलिस ने कंट्रोल रूम में प्रेस वार्ता करते हुए खुलासा किया है. प्रेस वार्ता में एसपी तिलक सिंह ने बताया कि एसडीएम अनिल सपकाले व्यवसायिक लाभ दिलाने और आर्थिक लाभ के लिए कुछ लोगों की मदद करना चाहते थे और इसी के चलते खुद पर हमला कराने की साजिश रची थी, लेकिन एसडीएम अपने ही जाल में फस गया. फिलहाल पुलिस ने एसडीएम सहित अन्य अपराधियों पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है. जल्द ही सभी को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
एसडीएम ही निकला मास्टरमाइंड
किसी एसडीएम द्वारा अपने ऊपर फर्जी तरीके से हमला करवाना और पुलिस की जांच खड़ी करवाना शायद यह मध्य प्रदेश का पहला ऐसा मामला होगा, जिसमें खुद एसडीएम ही किसी फर्जी मामले का मास्टरमाइंड निकला है.