छतरपुर। जिले में सोमवार मंगलवार की रात हुई झमाझम बारिश के चलते तालाब और नदियों का जलस्तर बढ़ने से नाले उफान पर आ गए हैं. मंगलवार की सुबह छतरपुर टीकमगढ़ हाईवे पर स्थित बल्देवगढ़ के विंध्यवासिनी माता मंदिर के पास से निकला नाला 2 घंटे तक उफान पर रहा. नाले के उफान पर रहने से दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई.
बारिश का लगभग आधा मौसम निकल चुका है और जिलें के एकमात्र बांध बानसुजारा में महज साढ़े 4 फीसदी ही पानी का भराव हुआ है. सावन के महिने में बारिश के दगा देने के बाद भादो में भी ऐसा ही हाल रहा तो इस बार बांध में पानी पहुंचने की समस्या हो जाएगी. हालांकि बांध प्रबंधन सितम्बर माह तक बांध के भराव होने की उम्मीद जता रहे है. तीन साल पहले बनकर तैनदीयार हुए बानसुाजरा बांध को पिछले साल 75 फीसदी ही भरा गया था. बांध के कांक्रीट एरिया के साथ ही भराव वालें क्षेत्र में हो रहे लीकेज के मरम्मत के कारण बांध का पानी खाली किया गया था. विभाग को उम्मीद थी कि जुलाई माह में बारिश के बाद बांध में पानी आना शुरू हो जाएगा,लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका.
बांध की क्षमता 280 एमसीएम है, इसमें से 12.40 एमसीएम वर्तमान में पानी है. 30 क्यूबिक पर सेकेंड पानी पिछलें दो दिनों के दौरान हुई बारिश के बाद कैचमेंट एरिया से पहुंचना शुरू हुआ है. वहीं पिछलें साल की बात करे तो इस समय तक केचमेंट एरिया से 500 क्यूबिक पर सेकेंड पानी आने लगा था. इसके साथ ही कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. तो वहीं मंगलवार की सुबह छतरपुर टीकमगढ़ हाईवे पर स्थित बल्देवगढ़ के विंध्यवासिनी माता मंदिर के पास से निकला नाला 2 घंटे तक उफान पर रहा. नाले के उफान पर रहने से दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई.