ETV Bharat / state

करोड़ों की लागत से बने अस्पताल के वार्डों में भरा बारिश का पानी, मरीज हो रहे परेशान

author img

By

Published : Aug 22, 2020, 7:46 AM IST

छतरपुर के जिला अस्पताल के वार्डों में 20 मिनिट की बारिश में पानी भर गया. जिससे मरीजों और उनके परिजनों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

chhatarpur
अस्पताल के वार्डों में भरा बारिश का पानी

छतरपुर। जिला अस्पताल में एक बार फिर प्रबंधन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. अस्पताल में तीसरी मंजिल पर बने वार्डों में पानी भर गया है. पानी भर जाने के बाद मरीजों और उनके परिजनों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 20 मिनिट की बारिश ने 33 करोड़ रुपए खर्च करके बनाए गए इस अस्पताल की पोल खोलकर रख दी है, जरा सी बारिश में ही वार्डों में पानी लबालब भर गया है. बर्न वार्ड से लेकर सर्जिकल वार्ड में जगह-जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है.

अस्पताल के वार्डों में भरा बारिश का पानी

अस्पताल की तीसरी मंजिल पर बने सभी वार्डों में इलाज करा रहे मरीजों एवं परिजनों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मरीजों के साथ आए परिजनों का कहना है कि वार्ड में पानी भर जाने की वजह से आने-जाने में भी परेशानी हो रही है और कहीं बैठकर खाना भी नहीं खा पा रहे हैं. बारिश को रुके हुए काफी देर हो गई है, लेकिन अभी तक जिला अस्पताल प्रबंधन ने इस बारिश के पानी को बाहर निकालने का कोई इंतजाम नहीं किया है.

सागर संभाग के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल का उद्घाटन 2018 में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा किया गया था. लगभग 33 करोड रुपए की लागत से बना ये अस्पताल अत्याधुनिक तरीके से बनाया गया था, जो हर तरह के वातावरण से निपटने के लिए तैयार था. बिल्डिंग बनाने में बेहतरीन गुणवत्ता के सामान के अलावा अच्छी क्वालिटी के बिल्डिंग मटेरियल का उपयोग किया गया था. इंजीनियर इस बिल्डिंग को बनाते समय इसकी देखरेख कर रहे थे, लेकिन 20 मिनट की बारिश में इन तमाम बातों को न सिर्फ सिरे से खारिज कर दिया, बल्कि एक बात साबित कर दी कि 33 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी यहां आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जरा सी बारिश के बाद वार्डों के अंदर पानी भरना ये बताता है कि कहीं ना कहीं बिल्डिंग निर्माण में बड़ी लापरवाही हुई है. बारिश का पानी वार्डों के अंदर क्यों आ रहा है, फिलहाल इस बात को लेकर जिला अस्पताल प्रबंधन कोई जवाब नहीं दे पा रहा है. कैमरे के सामने आकर बोलने के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन का कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है.

छतरपुर। जिला अस्पताल में एक बार फिर प्रबंधन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. अस्पताल में तीसरी मंजिल पर बने वार्डों में पानी भर गया है. पानी भर जाने के बाद मरीजों और उनके परिजनों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 20 मिनिट की बारिश ने 33 करोड़ रुपए खर्च करके बनाए गए इस अस्पताल की पोल खोलकर रख दी है, जरा सी बारिश में ही वार्डों में पानी लबालब भर गया है. बर्न वार्ड से लेकर सर्जिकल वार्ड में जगह-जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है.

अस्पताल के वार्डों में भरा बारिश का पानी

अस्पताल की तीसरी मंजिल पर बने सभी वार्डों में इलाज करा रहे मरीजों एवं परिजनों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मरीजों के साथ आए परिजनों का कहना है कि वार्ड में पानी भर जाने की वजह से आने-जाने में भी परेशानी हो रही है और कहीं बैठकर खाना भी नहीं खा पा रहे हैं. बारिश को रुके हुए काफी देर हो गई है, लेकिन अभी तक जिला अस्पताल प्रबंधन ने इस बारिश के पानी को बाहर निकालने का कोई इंतजाम नहीं किया है.

सागर संभाग के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल का उद्घाटन 2018 में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा किया गया था. लगभग 33 करोड रुपए की लागत से बना ये अस्पताल अत्याधुनिक तरीके से बनाया गया था, जो हर तरह के वातावरण से निपटने के लिए तैयार था. बिल्डिंग बनाने में बेहतरीन गुणवत्ता के सामान के अलावा अच्छी क्वालिटी के बिल्डिंग मटेरियल का उपयोग किया गया था. इंजीनियर इस बिल्डिंग को बनाते समय इसकी देखरेख कर रहे थे, लेकिन 20 मिनट की बारिश में इन तमाम बातों को न सिर्फ सिरे से खारिज कर दिया, बल्कि एक बात साबित कर दी कि 33 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी यहां आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जरा सी बारिश के बाद वार्डों के अंदर पानी भरना ये बताता है कि कहीं ना कहीं बिल्डिंग निर्माण में बड़ी लापरवाही हुई है. बारिश का पानी वार्डों के अंदर क्यों आ रहा है, फिलहाल इस बात को लेकर जिला अस्पताल प्रबंधन कोई जवाब नहीं दे पा रहा है. कैमरे के सामने आकर बोलने के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन का कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.