छतरपुर। मध्यप्रदेश की पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए दो बुजुर्गों को गोद में उठाकर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है.
तस्वीरों में जिस बुजुर्ग दंपत्ति को आप पुलिस के साथ देख रहे हैं, वह न तो कोई आरोपी है और न ही इन पुलिस वालों के माता-पिता हैं. ये बुजुर्ग दंपत्ति थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव रामपुर के रहने वाले हैं.
छतरपुर: पुलिस ने पेश की इंसानियत की मिसाल, बुजुर्ग दंपत्ति को गोद में उठाकर पहुंचाया अस्पताल
पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए बुजुर्ग दंपत्ति को गोद में उठाकर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है.
पुलिस ने बुजुर्ग दंपत्ति को गोद में उठाकर पहुंचाया अस्पताल
छतरपुर। मध्यप्रदेश की पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए दो बुजुर्गों को गोद में उठाकर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है.
तस्वीरों में जिस बुजुर्ग दंपत्ति को आप पुलिस के साथ देख रहे हैं, वह न तो कोई आरोपी है और न ही इन पुलिस वालों के माता-पिता हैं. ये बुजुर्ग दंपत्ति थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव रामपुर के रहने वाले हैं.
Intro:पुलिस को लेकर अगर आपकी राय ठीक नहीं है तो आज हम आपको मध्य प्रदेश पुलिस का हुआ चेहरा दिखाने जा रहे हैं जिसे देखकर आप चौक जायेंगे जी हां वैसे तो आप ने पुलिस को हमेशा सख्त लहजे में बात करते हुए और लोगों के खिलाफ एक्शन लेते हुए ही देखा होगा लेकिन मध्यप्रदेश का यह चेहरा देखकर आप यह सोचने के लिए मजबूर हो जाएंगे क्या वास्तव में पुलिस ऐसी भी हो सकती है!
थाना कोतवाली इंचार्ज धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि उनके पास दो बुजुर्ग दंपत्ति दोपहर में आए थे और उन्होंने बताया था कि वह बीमार है लेकिन कि घर में कोई भी नहीं है जिस वजह से वह इलाज नहीं करा पा रहे हैं जिसके बाद हमने दो सिपाहियों को उनके साथ भेजा था और अब उनका इलाज शुरू हो गया है!
बाइट_धर्मेंद्र कुमार_एसआई_थाना कोतवाली
Body: तस्वीरों में जिन बुजुर्ग दंपत्ति को आप पुलिस के साथ देख रहे हैं यह ना तो कोई आरोपी है और ना ही इन पुलिस वालों ने इन्हें किसी जुर्म में पकड़ा है और ना ही यह बुजुर्ग दंपत्ति पुलिस वालों के माता-पिता है फिर आखिर ऐसा क्या हुआ कि यह पुलिस वाले ना सिर्फ इन बुजुर्ग दंपत्ति का इलाज करा रहे हैं बल्कि अपने मां-बाप की तरह गोद में उठाकर जिला अस्पताल के एक छोर से दूसरे छोर तक गोद में उठाकर ले जा रहे हैं!
आपको बता दें कि जिस बुजुर्ग दंपत्ति को आप पुलिस वालों के साथ देख रहे हैं यह थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव रामपुर के रहने वाले हैं घर में केवल यही बुजुर्ग रहते हैं बाकी के परिवार के लोग गुजर-बसर के लिए दिल्ली में मजदूरी करते हैं मौसम के चलते जब दोनों पति पत्नी बीमार हुए तो जिला अस्पताल पहुंचे लेकिन किसी ने भी उनकी नहीं सुनी और आखिरकार हार थक कर थाना कोतवाली पहुंच गए और थाने में जाकर आपबीती बताते हुए बुजुर्ग दंपत्ति ने बताया कि बीमार है उनके घर में कोई भी नहीं है जिसके बाद थाना कोतवाली पुलिस तुरंत एक्शन में आई और बुजुर्ग दंपत्ति को लेकर जिला अस्पताल इलाज कराने पहुंच गई!
इतना ही नहीं इस दरमियान थाना कोतवाली के दो सिपाही मानसिंह राजपूत एवं प्रधान आरक्षक मुन्ना विश्वकर्मा जब उनका इलाज जिला अस्पताल में करार रहे थे तो उन्हें अपने माता-पिता के जैसा ही व्यवहार कर रहे थे बुजुर्ग दंपत्ति चल फिर नहीं पा रहे थे यही वजह रही कि मान सिंह राजपूत बुजुर्ग मल्लू अहिरवार को अपनी गोदी में उठाकर जिला अस्पताल में घूमते रहे और आखिरकार उनका पर्चा बनाकर जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया!
जब दोनों पुलिसकर्मी जिला अस्पताल में बुजुर्ग दंपत्ति को भर्ती कर कर आने लगे तो दोनों पति पत्नी ने हाथ जोड़कर उन्हें धन्यवाद दिया लेकिन पुलिसकर्मी ने कहा कि आप चिंता मत करो जब कभी हमें ड्यूटी से समय मिलेगा तो हम लोग आप लोगों को देखने भी आएंगे!
Conclusion:जिस वक्त पुलिसकर्मी जिला अस्पताल में बुजुर्ग दंपत्ति का इलाज करा रहे थे लोग देखकर हैरान थे और पुलिस के इस व्यवहार एवं बर्ताव को देखकर सभी लोग पुलिस की तारीफ करने लगे!
प्रदेश के इन सिपाहियों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस का जो ध्येय वाक्य है देशभक्ति जन सेवा ऐसे ही देशभक्त और समाजसेवी सिपाही सार्थक करते हैं!
थाना कोतवाली इंचार्ज धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि उनके पास दो बुजुर्ग दंपत्ति दोपहर में आए थे और उन्होंने बताया था कि वह बीमार है लेकिन कि घर में कोई भी नहीं है जिस वजह से वह इलाज नहीं करा पा रहे हैं जिसके बाद हमने दो सिपाहियों को उनके साथ भेजा था और अब उनका इलाज शुरू हो गया है!
बाइट_धर्मेंद्र कुमार_एसआई_थाना कोतवाली
Body: तस्वीरों में जिन बुजुर्ग दंपत्ति को आप पुलिस के साथ देख रहे हैं यह ना तो कोई आरोपी है और ना ही इन पुलिस वालों ने इन्हें किसी जुर्म में पकड़ा है और ना ही यह बुजुर्ग दंपत्ति पुलिस वालों के माता-पिता है फिर आखिर ऐसा क्या हुआ कि यह पुलिस वाले ना सिर्फ इन बुजुर्ग दंपत्ति का इलाज करा रहे हैं बल्कि अपने मां-बाप की तरह गोद में उठाकर जिला अस्पताल के एक छोर से दूसरे छोर तक गोद में उठाकर ले जा रहे हैं!
आपको बता दें कि जिस बुजुर्ग दंपत्ति को आप पुलिस वालों के साथ देख रहे हैं यह थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव रामपुर के रहने वाले हैं घर में केवल यही बुजुर्ग रहते हैं बाकी के परिवार के लोग गुजर-बसर के लिए दिल्ली में मजदूरी करते हैं मौसम के चलते जब दोनों पति पत्नी बीमार हुए तो जिला अस्पताल पहुंचे लेकिन किसी ने भी उनकी नहीं सुनी और आखिरकार हार थक कर थाना कोतवाली पहुंच गए और थाने में जाकर आपबीती बताते हुए बुजुर्ग दंपत्ति ने बताया कि बीमार है उनके घर में कोई भी नहीं है जिसके बाद थाना कोतवाली पुलिस तुरंत एक्शन में आई और बुजुर्ग दंपत्ति को लेकर जिला अस्पताल इलाज कराने पहुंच गई!
इतना ही नहीं इस दरमियान थाना कोतवाली के दो सिपाही मानसिंह राजपूत एवं प्रधान आरक्षक मुन्ना विश्वकर्मा जब उनका इलाज जिला अस्पताल में करार रहे थे तो उन्हें अपने माता-पिता के जैसा ही व्यवहार कर रहे थे बुजुर्ग दंपत्ति चल फिर नहीं पा रहे थे यही वजह रही कि मान सिंह राजपूत बुजुर्ग मल्लू अहिरवार को अपनी गोदी में उठाकर जिला अस्पताल में घूमते रहे और आखिरकार उनका पर्चा बनाकर जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया!
जब दोनों पुलिसकर्मी जिला अस्पताल में बुजुर्ग दंपत्ति को भर्ती कर कर आने लगे तो दोनों पति पत्नी ने हाथ जोड़कर उन्हें धन्यवाद दिया लेकिन पुलिसकर्मी ने कहा कि आप चिंता मत करो जब कभी हमें ड्यूटी से समय मिलेगा तो हम लोग आप लोगों को देखने भी आएंगे!
Conclusion:जिस वक्त पुलिसकर्मी जिला अस्पताल में बुजुर्ग दंपत्ति का इलाज करा रहे थे लोग देखकर हैरान थे और पुलिस के इस व्यवहार एवं बर्ताव को देखकर सभी लोग पुलिस की तारीफ करने लगे!
प्रदेश के इन सिपाहियों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस का जो ध्येय वाक्य है देशभक्ति जन सेवा ऐसे ही देशभक्त और समाजसेवी सिपाही सार्थक करते हैं!