छतरपुर। अजब एमपी का गजब अस्पताल है, जहां मरीज को स्ट्रेचर तक मयस्सर नहीं है, छतरपुर जिला अस्पताल में किशोरी को परिजन गोद में लेकर भटकते रहे, लेकिन अस्पताल प्रंबधन की ओर से स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया गया, जिसके बाद पीड़िता के भाई और पिता उसे गोद में उठाकर ले गए, इस दौरान किशोरी दर्द से कराह रही थी.
जिला अस्पताल में सुनील अपनी बहन को लेकर इलाज के लिए लेकर आया था. साथ में उसके पिता भी थे. डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उसे पीलिया बताया और उसे जांच कराने को कहा, लेकिन सुनील की बहन इतनी बीमार थी कि वह चल भी नहीं पा रही थी, उसे चक्कर आ रह था. इस दौरान किशोरी के भाई और पिता स्ट्रेचर के लिए परेशान होते रहे, जब उन्हें लगा कि अस्पताल की ओर से स्ट्रेक्चर नहीं मिलेगा तो सुनील ने अपनी बहन को गोद में उठा लिया और काफी देर तक अस्पताल में भटकता रहा, उसके बाद टैक्सी बुलाकर जांच के लिए उसे ले गया.
किशोरी के पिता ने बताया कि उसकी बेटी को उल्टियां हो रही हैं. उसके पेट में भी दर्द है. जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि उसे पीलिया है. अस्पताल की ओर से उन्हें स्ट्रेक्चर नहीं दिया गया. ऐसा नहीं है कि अव्यवस्थाओं को लेकर छतरपुर जिला अस्पताल सुर्खियों में पहली बार आया है, हर बार की तरह इस बार भी अस्पताल में अव्यवस्थाएं थमने का नाम नहीं ले रहा रही हैं.
वहीं इस पूरे मामले में जिला अस्पताल के आरएमओ आरपी गुप्ता ने बताया कि अस्पताल के इंमरजेंसी में पर्याप्त स्ट्रेचर है. लेकिन किसी के द्वारा लापरवाही बरती गई है तो मामले की जांच कराकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.