छतरपुर। जिले के बूंदौर गांव की हरिजन बस्ती में चल रहे शासकीय प्राइमरी स्कूल में बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन में छुआछूत का मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का कहना था कि भोजन बनाने वाली रसोइया उनके साथ छुआछूत करती है. उन्हे खाना फेंककर दिया जाता है. मामला सामने आने के बाद ईटीवी भारत ने खबर को प्राथमिकता से दिखाया. इसके बाद शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन स्कूल पहुंचा और बच्चों से बात की खबर की पुष्टि होने पर तत्काल प्रभाव से मध्याह्न भोजन बनाने वाले समूह को निरस्त कर दिया.
शिक्षा विभाग हुआ सख्त : शिक्षा विभाग ने जांच ने पाया कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ छुआछूत जैसा अमानवीय व्यवहार रसोइया के द्वारा किया जा रहा था. शिक्षा विभाग की डीपीसी आरपी लखेरा ने बताया कि हम सभी लोग मौके पर पहुंचे. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से बात की. उनके साथ खाना खाया. साथ ही आगे यह निर्धारित किया गया कि स्कूल में जब भी भोजन बनेगा तो सबसे पहले यही बच्चे भोजन का वितरण करेंगे. आने वाले समय में छुआछूत जैसी किसी भी प्रकार की कोई स्थिति ना बने, इसके लिए जिले के सभी स्कूलों को एक पत्र जारी किया गया है.
MP Chhatarpur स्कूल में छुआछूत का मामला गर्माया, बच्चों को फेंककर देते हैं मिडडे मील
फिर ऐसा हुआ तो शिक्षक भी होंगे दोषी : डीपीसी का कहना है कि अगर इसके बाद भी इस तरह की पुनरावृत्ति कहीं पाई जाती है तो उसमें शिक्षकों को भी दोषी माना जाएगा. फिलहाल बूंदौर गांव के हरिजन बस्ती प्राइमरी स्कूल के मध्याह्न भोजन बनाने वाले समूह को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है. साथ ही शिक्षकों को सख्त हिदायत दी गई है कि आगे इस बात का ध्यान रखा जाए कि बच्चों से किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार ना हो. बता दें कि दो दिनों पहले ईटीवी भारत ने हरिजन बस्ती के प्राइमरी स्कूल का मामला उठाया था. बच्चों ने इस बात की शिकायत की थी मध्याह्न भोजन में उनके साथ छुआछूत जैसा अमानवीय व्यवहार किया जाता है.