छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर से सटे नारायणपुरा गांव में रहने वाली नैंसी दुबे ने मध्य प्रदेश की दसवीं परीक्षा में प्रथम स्थान पाकर न सिर्फ अपने माता-पिता का बल्कि पूरे प्रदेश भर का नाम रोशन किया है. नैंसी के परिवार में माता-पिता, 4 बहिनें और एक भाई है, उनके पिता मजदूरी करते हैं और मां गृहणी हैं.(MP Board exam results 2022)
500 में से 496 अंक किए प्राप्त: आज सुबह जैसे ही नैंसी एवं उसके परिवार के लोगों ने दसवीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम देखा तो सभी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. नैंसी ने 500 अंकों की परीक्षा में 496 अंक पाकर प्रदेश में प्रथम स्थान पाया है, नैंसी का नाम जैसे ही प्रदेश की प्रथम सूची में आया नैंसी के घर में बधाइयां देने के लिए लोगों का तांता लग गया.
6 किलोमीटर साइकिल चलाकर जाती थीं स्कूल: नैंसी के पिता राम मनोज दुबे बताते हैं कि कुछ दिनों पहले तक शहर में जाकर एक किराने की दुकान में मजदूरी का काम करते थे लेकिन लॉकडाउन के बाद वह नौकरी चली गई और अब वह गांव में रहकर ही मजदूरी करते हैं. नैंसी ने बताती हैं कि वह हर रोज 5 से 6 घंटे तक पढ़ाई करती थीं और अपने गांव से छतरपुर स्कूल जाने के लिए लगभग 6 किलोमीटर साइकिल चलाकर स्कूल जाती थीं.
परिवार और अध्यापकों को दिया श्रेय: नैंसी का कहना है कि वह आगे पढ़कर डॉक्टर बनना चाहती है और अपने माता-पिता का ही नहीं बल्कि पूरे गांव का नाम रोशन करना चाहती हैं. इसी के साथ नैंसी ने अपनी इस उपलब्धि का सारा श्रेय अपने परिजनों एवं अध्यापकों को दिया. नैंसी ने कहा कि यूं तो उनकी पढ़ाई में पूरे परिवार ने सहयोग किया है, लेकिन सबसे ज्यादा अगर किसी ने उनका सहयोग किया है तो उनकी बड़ी बहन वैशाली और उनके अध्यापक.
कभी नहीं की कोचिंग: नैंसी बतातीं हैं कि उन्होंने कभी भी कोई कोचिंग नहीं ली, उन्होंने अपनी पढ़ाई रोजाना स्कूल जाकर, यूट्यूब के माध्यम से और परिवार के लोगों से समझ कर की है. वह ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई पर ध्यान देती थीं, फिलहाल प्रथम स्थान पाने के बाद उनकी सफलता से स्कूल के अध्यापकों एवं परिजनों में खुशी का माहौल है.