छतरपुर। जिले में एक बार फिर राजनीतिक चर्चाएं जोरों पर हैं. टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र खटीक ने छतरपुर जिले के कलेक्टर शैलेंद्र सिंह को हटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा है. ऐसा बताया जा रहा है कि सांसद वीरेंद्र खटीक छतरपुर कलेक्टर से पिछले कई दिनों से नाराज चल रहे हैं. नाराजगी की वजह से सांसद वीरेंद्र खटीक को तवज्जो ना देना और उनके कामों की अवहेलना करना है, जिसको लेकर उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है.
कलेक्टर से नाराज सांसद वीरेंद्र खटीक ने PM को लिखा पत्र, विधायक ने दी सांसद को नसीहत
टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र खटीक ने छतरपुर जिले के कलेक्टर शैलेंद्र सिंह से परेशान होकर पीएम मोदी को पत्र लिखा है. उनके इस पत्र का बीजेपी विधायक ने जमकर विरोध किया है.
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सांसद के द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द से जल्द छतरपुर कलेक्टर का ट्रांसफर भी हो सकता है. मामले में जब छतरपुर जिले के इकलौते बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस मामले में जानकारी है, लेकिन अगर सांसद को छतरपुर कलेक्टर से कोई दिक्कत थी या है तो उन्हें संगठन से बात करनी चाहिए थी. जरा सी बात के लिए देश के प्रधानमंत्री को खत लिखना ठीक नहीं है.
राजेश प्रजापति यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि ये अपनी सरकार है, अपनी सरकार की बुराई करना ठीक नहीं. अगर सांसद को कोई दिक्कत थी तो पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात करनी थी. संगठन से बात करनी थी और उसके बाद कोई निर्णय लेना था. सांसद वीरेंद्र खटीक के खत लिखने के बाद छतरपुर जिले में बीजेपी दो गुटों में बंट गई है. ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी सांसद का विरोध एक विधायक ने किया हो.
छतरपुर। जिले में एक बार फिर राजनीतिक चर्चाएं जोरों पर हैं. टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र खटीक ने छतरपुर जिले के कलेक्टर शैलेंद्र सिंह को हटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा है. ऐसा बताया जा रहा है कि सांसद वीरेंद्र खटीक छतरपुर कलेक्टर से पिछले कई दिनों से नाराज चल रहे हैं. नाराजगी की वजह से सांसद वीरेंद्र खटीक को तवज्जो ना देना और उनके कामों की अवहेलना करना है, जिसको लेकर उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है.
सांसद के द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द से जल्द छतरपुर कलेक्टर का ट्रांसफर भी हो सकता है. मामले में जब छतरपुर जिले के इकलौते बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस मामले में जानकारी है, लेकिन अगर सांसद को छतरपुर कलेक्टर से कोई दिक्कत थी या है तो उन्हें संगठन से बात करनी चाहिए थी. जरा सी बात के लिए देश के प्रधानमंत्री को खत लिखना ठीक नहीं है.
राजेश प्रजापति यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि ये अपनी सरकार है, अपनी सरकार की बुराई करना ठीक नहीं. अगर सांसद को कोई दिक्कत थी तो पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात करनी थी. संगठन से बात करनी थी और उसके बाद कोई निर्णय लेना था. सांसद वीरेंद्र खटीक के खत लिखने के बाद छतरपुर जिले में बीजेपी दो गुटों में बंट गई है. ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी सांसद का विरोध एक विधायक ने किया हो.