छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के मजदूरों को बंधक बनाकर काम कराने का एक मामला सामने आया है. दरअसल छतरपुर जिले के बक्सवाहा थाना क्षेत्र के लगभग 37 मजदूरों को महाराष्ट्र के परवानी जिले में बंधक बनाया गया था, जिन्हें मुक्त कराने के लिए छतरपुर पुलिस का एक दल महाराष्ट्र पहुंच गया है और वहां बंधक तमाम मजदूरों को मुक्त करा कर छतरपुर के लिए रवाना हो गया है.
छतरपुर से मजदूरी की तलाश में पलायन कर गए थे मजदूर
दरअसल यह सभी मजदूर छतरपुर जिले के बक्सवाहा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और मजदूरी की तलाश में पलायन कर गए थे. काम तलाशते हुए यह सभी मजदूर महाराष्ट्र पहुंचे जहां कुछ ठेकेदारों के द्वारा महाराष्ट्र के परवानी जिले में इन्हें बंधक बना लिया गया, पिछले कई दिनों से लगातार यह मजदूर बंधक थे और इन्हें भूखा प्यासा रखकर काम कराया जा रहा था.
सभी मजदूरों ने पहले तो टेलीफोन से अपने परिवार के लोगों एवं अपने रिश्तेदारों को बंधक बनाए जाने की सूचना दी और वीडियो कॉलिंग करके अपने हालात बताए. जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और आखिरकार छतरपुर एसपी सचिन शर्मा ने मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस का एक दल महाराष्ट्र के लिए रवाना कर दिया.
महिलाएं एवं बच्चे भी थे बंधक
बंधक बनाए गए मजदूरों में कई महिलाएं एवं छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल हैं. यह मजदूर लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से इस बात की जानकारी दे रहे थे कि उन्हें कई दिनों तक भूखा प्यासा रखकर काम कराया जाता है. उनका कहना था कि यहां पर उनका सुनने वाला भी कोई नहीं है. यही वजह रही कि छतरपुर एसपी सचिन शर्मा ने मामले में तत्परता दिखाते हुए तुरंत इन मजदूरों को वहां से मुक्त करा कर जिले में वापस बुलाने के लिए एक दल रवाना कर दिया.
खोखले साबित हो रहे सरकार के दावे, मजदूरों ने फिर से शुरू किया पलायन
जल्द होंगे मुक्त
एसपी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि जल्द ही मजदूरों को मुक्त कराकर वापस छतरपुर लाया जा रहा है. संभवत सभी मजदूर शाम तक सभी मजदूर छतरपुर जिले में पहुंच जाएंगे. गौरतलब है कि बुंदेलखंड में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं. रोजगार की तलाश में मजदूर पलायन कर जाते हैं और कई बार मजदूरों को बंधक बना लिया जाता है.