छतरपुर। अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण और उनको फिर से कॉलेजों में पढ़ाने को लेकर बनी नीति पर जब उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से सवाल किया गया तो वो टाल गए. दरअसल मंत्री छतरपुर के महाराजा कॉलेज में युवा संवाद कार्यक्रम के जरिए युवाओं से संवाद कर रहे थे. इस दौरान एक अतिथि विद्वान महिला ने मंत्री से सवाल किया. जिसके बाद मंत्री जीतू पटवारी पहले तो महिला को भाषण देने लगे और बाद में उसके सवाल को टाल गए.
युवा संवाद के दौरान महिला ने कहा कि वो पिछले 23 सालों से अतिथि विद्वान हैं और लगातार महाराजपुर कॉलेज में पढ़ा रही थी. लेकिन इस बार चॉइस फिलिंग में कम नंबर होने की वजह से उसे वह कॉलेज नहीं मिला. महिला का कहना था कि 23 साल के अनुभव को लेकर क्या वह अब घर बैठ जाए.
इस सवाल के जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि राज्य सरकार लगातार अतिथि विद्वानों और इस प्रकार की समस्याओं को निपटाने के लिए काम कर रही हैं. कमलनाथ सरकार और मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद इस मसले को जल्द से जल्द सुलझा देंगे. लेकिन जब फिर से महिला ने एक सवाल पूछना चाहा तो मंत्री ने सवाल को टालने की बात कही.
इस दौरान महिला अपने हाथ में माइक लेकर मंत्री जीतू पटवारी से कहती रही कि एक सवाल और लेकिन मंत्री जीतू पटवारी मामले को टालते हुए कहते रहे कि लंबी बात नहीं और बीच में किसी विधायक को मंच पर बुलाने की बात कहने लगे.