छतरपुर। जिले के हरपालपुर नगर के वार्ड नंबर 12 तलैया मोहल्ला का निवासी राकेश धोबी अपनी पुश्तैनी जमीन को बचाने लिए वर्षों से दर-दर की ठोकरें खा रहा है, राकेश धोबी नाम के व्यक्ति की पुश्तैनी जमीन है और वो इस जमीन पर अपनी उम्र के 40 साल से अधिक का समय गुजार चुका है और पीड़ित के पास नगर परिषद द्वारा जारी किया गया भूमि अधिकार पत्र भी पुश्तैनी समय से मौजूद है, लेकिन अब इस बेशकीमती जमीन को माफियाओं की नजर लग गई है और माफियाओं ने इस गरीब व्यक्ति को परेशान करना शुरू कर दिया है.
राकेश धोबी अपने पुश्तैनी धंधे घोड़ा को नचाकर अपनी रोजी-रोटी चलाता था, लेकिन जब से माफियाओं की नजर उसकी जमीन और उसके परिवार को लगी तो मानो सारा जग उस व्यक्ति से रूठ गया. जहां माफियाओं ने फर्जी रजिस्ट्री करवाकर जमीन पर अपना अधिकार जमाना शुरू कर दिया, तो वहीं राकेश धोबी ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. मामला कोर्ट पहुंचा और आखिर में जीत सत्य की हुई. राजस्व न्यायालय ने फैसला पीड़ित राकेश के पक्ष में दिया. जिसके कारण माफियाओं ने बड़ी अदालत में केस लगवा दिया और पीड़ित को मानसिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया.
पीड़ित व्यक्ति की रोजी-रोटी का जरिया बने घोड़े की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. पीड़ित ने इसकी भी शिकायत हरपालपुर थाने में दर्ज कराई, लेकिन कभी ना खत्म होने वाली जांच में घोड़े की मौत का रहस्य उलझकर रह गया. तब से लगातार माफिया पीड़ित परिवार को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, माफियाओं ने एक बार फिर से षड्यंत्र रचकर पूरे मोहल्ले को एकत्रित करके इस गरीब पर गाली गलौज का आरोप लगाया और शिकायत करने हरपालपुर थाने पहुंच गए. थाना प्रभारी ने आवेदन लेकर जांच के बाद कार्रवाई की बात कही थी, कल छतरपुर जिले के पुलिस अधीक्षक कुमार सौरभ जब हरपालपुर थाने में रूटीन निरीक्षण पर पहुंचे, तो एक बार फिर माफिया के षडयंत्र पर मोहल्ले के लोगों ने एकत्रित होकर राकेश पर बार गाली गलौज का आरोप लगाते हुए, छतरपुर पुलिस अधीक्षक शिकायत कर दी, साथ ही माफिया पुलिस अधीक्षक को अपनी रजिस्ट्री दिखाने पहुंच गए. पीड़ित राकेश भी अपनी पत्नी और बच्चों के साथ छतरपुर पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंच गया और माफिया एवं मोहल्ले वालों पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग करने लगा.
पुलिस अधीक्षक कुमार सौरभ ने दोनों पक्षों की बात सुनी और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. कुमार सौरभ का कहना है कि दोनों पक्षों के आवेदन आए हैं, मामला राजस्व विभाग से जुड़ा है. जांच करके जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से उचित कार्रवाई की जाएगी. अब देखने वाली बात होगी कि माफियाओं के आगे प्रशासन नतमस्तक होता है या गरीब पीड़ित को उसका हक दिलाने में सफल हो पाता है.