ETV Bharat / state

ठंड के सितम से किसान परेशान, ठिठुरते हुए स्कूल जाने को मजबूर बच्चे - छतरपुर जिल

छतरपुर जिले के कई हिस्सों में हो रही लगातार बारिश और घने कोहरे ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है. गिरता पारा स्कूली बच्चों के लिए आफत बन रहा है, वहीं किसान भी परेशान हैं.

Life is disturbed due to high cold in Chhatarpur district
ठंड का सितम जारी
author img

By

Published : Jan 2, 2020, 11:15 AM IST

Updated : Jan 2, 2020, 12:14 PM IST

छतरपुर। जिले में घना कोहरा छाया है और पिछले 4 दिनों से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए हैं. कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. ऊपर से रुक-रुककर हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.

ठंड का सितम जारी

लुढ़के पारे से बीमारियों की आशंका
छतरपुर का तापमान लगभग 10 डिग्री के आसपास पहुंच गया है, जिससे लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं.

स्कूली बच्चों की बढ़ी मुसीबत
हाड़ कंपाने वाली ठंड के बावजूद जिले में अब तक प्राइमरी और मिडिल स्कूलों की छुट्टी नहीं की गई है. अब ठिठुरते हुए बच्चे स्कूल जाने को मजबूर हैं. बच्चों और परिजनों का कहना है कि ठंड के कारण स्कूल आने-जाने में परेशानी हो रही है. अगर जिला प्रशासन कुछ दिनों की छुट्टी और कर देता, तो बेहतर रहेगा.

ठंड से बचने के लिए शिक्षक की सलाह
कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक अरुण श्रीवास्तव कहते हैं कि पिछले 20 सालों में उन्होंने इतनी ज्यादा सर्दी कभी नहीं देखी. उनका कहना है कि बच्चों के माता-पिता को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बच्चे जब भी स्कूल या कोचिंग जाएं, तो उन्हें गर्म कपड़े पूरी तरह से पहनाएं. शिक्षक अरुण श्रीवास्तव ने प्रशासन से प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को अवकाश देने का भी आग्रह किया है.

किसानों की आफत
जिले में लगातार कोहरे और ठंड होने की वजह से किसान परेशान हैं. किसानों की चने और मटर की फसल को कोहरे की वजह से नुकसान हो रहा है. चने की फसल अधिक कोहरा और ठंड पड़ने से सूखने लगी है. लगभग 20% फसल आने वाले समय में खराब हो जाएगी और अगर ऐसे ही ठंड बढ़ती रही, तो मटर और चने की फसल में खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है.

छतरपुर। जिले में घना कोहरा छाया है और पिछले 4 दिनों से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए हैं. कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. ऊपर से रुक-रुककर हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.

ठंड का सितम जारी

लुढ़के पारे से बीमारियों की आशंका
छतरपुर का तापमान लगभग 10 डिग्री के आसपास पहुंच गया है, जिससे लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं.

स्कूली बच्चों की बढ़ी मुसीबत
हाड़ कंपाने वाली ठंड के बावजूद जिले में अब तक प्राइमरी और मिडिल स्कूलों की छुट्टी नहीं की गई है. अब ठिठुरते हुए बच्चे स्कूल जाने को मजबूर हैं. बच्चों और परिजनों का कहना है कि ठंड के कारण स्कूल आने-जाने में परेशानी हो रही है. अगर जिला प्रशासन कुछ दिनों की छुट्टी और कर देता, तो बेहतर रहेगा.

ठंड से बचने के लिए शिक्षक की सलाह
कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक अरुण श्रीवास्तव कहते हैं कि पिछले 20 सालों में उन्होंने इतनी ज्यादा सर्दी कभी नहीं देखी. उनका कहना है कि बच्चों के माता-पिता को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बच्चे जब भी स्कूल या कोचिंग जाएं, तो उन्हें गर्म कपड़े पूरी तरह से पहनाएं. शिक्षक अरुण श्रीवास्तव ने प्रशासन से प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को अवकाश देने का भी आग्रह किया है.

किसानों की आफत
जिले में लगातार कोहरे और ठंड होने की वजह से किसान परेशान हैं. किसानों की चने और मटर की फसल को कोहरे की वजह से नुकसान हो रहा है. चने की फसल अधिक कोहरा और ठंड पड़ने से सूखने लगी है. लगभग 20% फसल आने वाले समय में खराब हो जाएगी और अगर ऐसे ही ठंड बढ़ती रही, तो मटर और चने की फसल में खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है.

Intro:बीती रात हुई तेज बारिश के बाद एक बार फिर छतरपुर जिले में कोहरा एवं ठंडी बढ़ गई है पिछले 4 दिनों से लगातार छतरपुर जिले में सूरज ना निकलने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वही किसान भी सर्दी एवं कोहरे की वजह से चिंतित है!


Body:बीती रात छतरपुर जिले में एक बार फिर बारिश हुई है जिसके वजह से छतरपुर जिले के लोगों को ठंडी एवं कार्य का सामना करना पड़ रहा है आपको बता दें कि आज सुबह से ही मौसम ठंडा है एवं लगातार कोहरे के साथ ओस की बूंदे भी गिर रही है!

जिसको लेकर स्कूली बच्चे काफी परेशान है जिले में अभी तक प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों की छुट्टी नहीं की गई है जिसकी वजह से स्कूल में बच्चे अभी भी जा रहे हैं जिसका लेकर बच्चे उनके माता-पिता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है!

वहीं अगर मौसम की बात की जाए तो एक बार फिर से छतरपुर जिले का पारा गिरा है और तापमान लगभग आप से 10 डिग्री पहुंच गया है तो भाई खजुराहो एक बार फिर से अपने न्यूनतम तापमान पर है और अगर वही बात बच्चों एवं स्कूल की की जाए तो शिक्षक भी अधिक ठंड के चलते परेशान हैं शिक्षकों की मानें तो जिला प्रशासन को इतनी सर्दी के चलते स्कूलों की कुछ दिनों के लिए छुट्टी कर देनी चाहिए लेकिन जिला प्रशासन और किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दे रहा है जिससे बच्चों के स्वास्थ्य के साथ सर्दी से संबंधित कई बीमारियां भी हो सकती हैं!

वहीं एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र का कहना है कि उसे सुबह से उठने में नसीब दिक्कत होती है बल्कि स्कूल जाने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है अगर जिला प्रशासन कुछ दिनों की छुट्टी कर देता है तो बेहतर रहेगा!

बाइट_कान्हा दीक्षित छात्र

बच्चों को कोचिंग पढ़ाने वाले एक शिक्षक अरुण श्रीवास्तव बताते हैं कि पिछले 20 सालों में उन्होंने कभी भी इस प्रकार की ठंडी नहीं देखी है इस समय छतरपुर जिले में सबसे अधिक ठंडी पड़ रही है उनका कहना है कि जिस तरीके से प्राइमरी स्कूल के बच्चे स्कूल जा रहे हैं बच्चों को ठंडी से संबंधित बीमारियां भी हो सकती हैं ऐसे में नर्सरी बच्चों एवं के माता-पिता को भी इस बात का ध्यान देना चाहिए बच्चे जब भी स्कूल या कोचिंग जाएं तो उन्हें बेहतर कपड़ों के अलावा उनके आने जाने की भी देखरेख करनी चाहिए और स्थानीय प्रशासन को इस समय चाहिए कि प्राइमरी से लेकर मिडिल स्कूलों तक की छुट्टी कर दे ताकि बच्चों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो!

बाइट_अरुण श्रीवास्तव

वहीं किसानों की बात की जाए तो एक बार फिर किसान परेशान है किसानों का कहना है कि जन एवं मटर की फसल में लगातार सर्दी एवं कोहरे की वजह से नुकसान हो सकता है अधिक कोहरे की वजह से चने की फसल जो है वह सूखने लगी है!




Conclusion:बीती रात हुई बारिश के बाद से छतरपुर जिले का मौसम लगातार शरद है कोहरा एवं ठंडी एक बार फिर बढ़ गई है जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है!
Last Updated : Jan 2, 2020, 12:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.