छतरपुर। जिले के लवकुशनगर में करीब डेढ़ साल से अधूरा पड़ा लवकुशनगर- महोबा मार्ग सहित तीन अन्य सड़क मार्गों के नवीन निर्माण के लिए ठेकेदार मिल गया है. एमपीआरडीसी ने इस बाबत टेंडर खोला है.
लवकुशनगर महोबा मार्ग सहित तीन अन्य मार्गों के निर्माण के लिए गुजरात की नामी कंपनी माधव स्ट्रेक्चर बड़ोदा के नाम टेंडर स्वीकृत हुआ. सड़क निर्माण के लिए शेष प्रक्रिया एनडीवी कार्यालय कलकत्ता से होना शेष बची है. जो कुछ दिनों में पूरी होने की उम्मीद है
इसके पहले गुजरात की ही एल्सा मिल्स कंपनी द्वारा पूर्व में इन्हीं सड़क निर्माण कार्यो का कार्य अधूरा छोड़कर चले जाने से उक्त मार्गो का निर्माण कार्य पिछले डेढ़ साल से पेंडिंग पड़ा था. मार्गो की स्थिति खस्ताहाल होने से लोगों का चलना दूभर हो रहा था.
खासतौर से बारिश के दिनों में स्थिति और खराब हो जाती थी. एमपीआरडीसी सागर स्थित कार्यालय द्वारा एक टेंडर में जिले की चार सड़क मार्गों के निर्माण को शामिल किया गया है, जिसमें लवकुशनगर से बांसपहाड़ी यानी महोबा मार्ग विक्रमपुर से गंज दलपतपुर से बकस्वाहा और नौगांव से कैमाहा शामिल किया गया है. इन चार सड़क मार्गों की लागत विभाग ने 175 करोड़ रखी थी.
लवकुशनगर महोबा मार्ग होगा सबसे पहले शुरू
एमपीआरडीसी के एजीएम एमके पटेल ने बताया कि, कोरोना काल के चलते सड़क निर्माण कार्यों की प्रक्रिया जरूर पिछड़ी है. लेकिन ठेकेदार को निर्देश दिए गए हैं कि, विभागीय कागजी प्रक्रिया सम्पन्न होते ही वर्क ऑर्डर जारी होंगे.
इस प्रक्रिया के साथ ही लवकुशनगर महोबा मार्ग का ठेकेदार द्वारा सबसे पहले काम शुरू कराया जाएगा, क्योंकि इन चार मार्गों में लवकुशनगर महोबा मार्ग सबसे व्यस्तम मार्गों में एक है.
22 किलोमीटर का सफर करने में लगते है ढेड़ घंटे
लवकुशनगर से महोबा की दूरी महज 22 किलोमीटर है. लेकिन सड़क मार्ग अधिक जर्जर होने से दो और चार पहिया वाहनों से सफर करने वाले राहगीरों को डेढ़ घंटे से अधिक का समय लग जाता है, बारिश के दिनों में स्थिति सबसे खराब हो जाती है. रास्ते में जाम की स्थिति बन जाती है.
सड़क निर्माण की प्रक्रिया की फाइल एनडीवी कार्यालय भेजी गई है. कार्यालय से अंतिम मुहर लगने के बाद वर्क ऑडर जारी होंगे. ठेकेदार से लवकुशनगर महोबा मार्ग का कार्य सबसे पहले शुरू कराया जाएगा.