ETV Bharat / state

अस्पताल के बाहर गेट पर महिला ने दिया बच्चे को जन्म, जच्चा-बच्चा सुरक्षित

छतरपुर के हर्रई गांव की महिला के अस्पताल के गेट पर ही प्रसव का मामला सामने आया है. जहां 5 मिनट पर दर्द से करहाने के बावजूद महिला की मदद के लिए अस्पताल प्रबंध ने कोई कदम नहीं उठाया. वहीं महिला और बच्चा सुरक्षित हैं.

BABY BORN IN HOSPITAL
अस्पताल के गेट पर बच्चे का जन्म
author img

By

Published : Mar 14, 2020, 2:56 AM IST

छतरपुर. जिले में शासकीय अस्पताल में शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां अस्पताल में प्रसव के लिए आयी गर्भवती महिला ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया. इस दौरान करीब 5 मिनट तक महिला जमीन पर ही कहराती रही, लेकिन अस्पताल प्रबंधन से कोई भी महिला की मदद के लिए नहीं पहुंचा.

अस्पताल के गेट पर बच्चे का जन्म

जिले के हर्रई गांव से गर्भवती महिला प्रसव के लिए अपनी ननद और सास के साथ आयी थी, लेकिन जननी एक्सप्रेस से उतरते ही प्रसव पीड़ा शुरु हो गई. करीब 5-10 मिनट तक अस्पताल के बाहर ही करहाने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन में कोई तत्परता नहीं दिखाई और कोई सुविधा भी नहीं दी गई. जिसके बाद महिला की सास और ननद ने अन्य मौजूद महिलाओं की मदद से अस्पताल के बाहर ही महिला का प्रसव कराया.

काफी समय से हो रहे हल्ले के बाद नर्स और कुछ महिला कर्मचारी ने महिला को लेबर रुम में शिफ्ट कराया. गर्भवती महिला ने कहा कि वे कई समय तक अस्पताल के कर्मचारियों का इंतजार करते रहे लेकिन कोई मदद नहीं मिली. वहीं महिला की सास ने कहा कि अस्पताल के गेट पर ही बच्चे का जन्म कराना पड़ा, लेकिन कोई अनहोनी नहीं हुई और जच्चा बच्चा सुरक्षित है.

सिविल सर्जन आर एस त्रिपाठी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है हालांकि इसमें जिला अस्पताल प्रबंधन की कोई गलती नहीं है. फिर भी मामले को वे देख रहे हैं. वहीं किसी के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही. फिलहाल महिला एवं बच्चा सुरक्षित है.

छतरपुर. जिले में शासकीय अस्पताल में शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां अस्पताल में प्रसव के लिए आयी गर्भवती महिला ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया. इस दौरान करीब 5 मिनट तक महिला जमीन पर ही कहराती रही, लेकिन अस्पताल प्रबंधन से कोई भी महिला की मदद के लिए नहीं पहुंचा.

अस्पताल के गेट पर बच्चे का जन्म

जिले के हर्रई गांव से गर्भवती महिला प्रसव के लिए अपनी ननद और सास के साथ आयी थी, लेकिन जननी एक्सप्रेस से उतरते ही प्रसव पीड़ा शुरु हो गई. करीब 5-10 मिनट तक अस्पताल के बाहर ही करहाने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन में कोई तत्परता नहीं दिखाई और कोई सुविधा भी नहीं दी गई. जिसके बाद महिला की सास और ननद ने अन्य मौजूद महिलाओं की मदद से अस्पताल के बाहर ही महिला का प्रसव कराया.

काफी समय से हो रहे हल्ले के बाद नर्स और कुछ महिला कर्मचारी ने महिला को लेबर रुम में शिफ्ट कराया. गर्भवती महिला ने कहा कि वे कई समय तक अस्पताल के कर्मचारियों का इंतजार करते रहे लेकिन कोई मदद नहीं मिली. वहीं महिला की सास ने कहा कि अस्पताल के गेट पर ही बच्चे का जन्म कराना पड़ा, लेकिन कोई अनहोनी नहीं हुई और जच्चा बच्चा सुरक्षित है.

सिविल सर्जन आर एस त्रिपाठी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है हालांकि इसमें जिला अस्पताल प्रबंधन की कोई गलती नहीं है. फिर भी मामले को वे देख रहे हैं. वहीं किसी के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही. फिलहाल महिला एवं बच्चा सुरक्षित है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.