छतरपुर. जिले में शासकीय अस्पताल में शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां अस्पताल में प्रसव के लिए आयी गर्भवती महिला ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया. इस दौरान करीब 5 मिनट तक महिला जमीन पर ही कहराती रही, लेकिन अस्पताल प्रबंधन से कोई भी महिला की मदद के लिए नहीं पहुंचा.
जिले के हर्रई गांव से गर्भवती महिला प्रसव के लिए अपनी ननद और सास के साथ आयी थी, लेकिन जननी एक्सप्रेस से उतरते ही प्रसव पीड़ा शुरु हो गई. करीब 5-10 मिनट तक अस्पताल के बाहर ही करहाने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन में कोई तत्परता नहीं दिखाई और कोई सुविधा भी नहीं दी गई. जिसके बाद महिला की सास और ननद ने अन्य मौजूद महिलाओं की मदद से अस्पताल के बाहर ही महिला का प्रसव कराया.
काफी समय से हो रहे हल्ले के बाद नर्स और कुछ महिला कर्मचारी ने महिला को लेबर रुम में शिफ्ट कराया. गर्भवती महिला ने कहा कि वे कई समय तक अस्पताल के कर्मचारियों का इंतजार करते रहे लेकिन कोई मदद नहीं मिली. वहीं महिला की सास ने कहा कि अस्पताल के गेट पर ही बच्चे का जन्म कराना पड़ा, लेकिन कोई अनहोनी नहीं हुई और जच्चा बच्चा सुरक्षित है.
सिविल सर्जन आर एस त्रिपाठी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है हालांकि इसमें जिला अस्पताल प्रबंधन की कोई गलती नहीं है. फिर भी मामले को वे देख रहे हैं. वहीं किसी के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही. फिलहाल महिला एवं बच्चा सुरक्षित है.