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खजुराहो लोकसभा सीटः कांग्रेस ने लगाया कविता सिंह पर दांव, बीजेपी ने नहीं खोले पत्ते

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Published : Mar 26, 2019, 7:19 AM IST

प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट बुंदेलखंड की अहम सीट मानी जाती है. कांग्रेस ने इस सीट से कविता सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जबकि बीजेपी ने इस सीट पर अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. छतरपुर, पन्ना और कटनी जिले की 8 विधानसभा सीटों से मिलकर बनी खजुराहो लोकसभा सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. इस संसदीय क्षेत्र की 6 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है, तो 2 सीटें कांग्रेस के पास है. खजुराहो में इस बार बीजेपी-कांग्रेस में जोरदार मुकाबला होने की उम्मीद है.

खजुराहो

छतरपुर। प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट बुंदेलखंड की अहम सीट मानी जाती है. कांग्रेस ने इस सीट से कविता सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जो खजुराहो संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली राजनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नातीराजा की पत्नी हैं. बीजेपी ने इस सीट से अब तक प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है.

छतरपुर, पन्ना और कटनी जिले तक फैले इस संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं का कहना है कि खजुराहो सीट से सभी पार्टियों को स्थानीय प्रत्याशी को तरजीह देनी चाहिए. बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में नागौद राजपरिवार के सदस्य और पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया था और कांग्रेस ने दमोह जिले के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को मैदान में उतारा था, ये दोनों ही स्थानीय नहीं थे. हालांकि इस बार कांग्रेस ने कविता सिंह को प्रत्याशी बनाया है.

खजुराहो लोकसभा सीट का नाम लोकसभा चुनाव के इतिहास में अब तक बुंदेलखंड से सबसे अधिक बार महिला प्रत्याशी को संसद में भेजने के रूप में दर्ज है. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इस सीट से 4 बार सांसद रह चुकी हैं. जबकि कांग्रेस ने भी इस बार महिला प्रत्याशी पर दांव लगाया है. बात अगर पिछले चुनाव की करें, तो बीजेपी के नागेंद्र सिंह ने कांग्रेस के राजा पटेरिया को 2 लाख 47 हजार 490 वोट से हराया था.

खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटें
खजुराहो लोकसभा सीट के अंतर्गत तीन जिलों छतरपुर, पन्ना और कटनी की विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें छतरपुर जिले से चंदला और राजनगर, जबकि पन्ना जिले से पन्ना, गुनौर, पवई और कटनी जिले से विजयराघवगढ़, मुरवारा और बहोरीबंद विधानसभा सीटें आती हैं. जिनमें से फिलहाल 6 सीटों पर बीजेपी और 2 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. बीजेपी-कांग्रेस के अलावा खजुराहो सीट पर इस बार समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी भी होगा, जिसे बीएसपी का सर्मथन प्राप्त है. हालांकि मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है.

छतरपुर। प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट बुंदेलखंड की अहम सीट मानी जाती है. कांग्रेस ने इस सीट से कविता सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जो खजुराहो संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली राजनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नातीराजा की पत्नी हैं. बीजेपी ने इस सीट से अब तक प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है.

छतरपुर, पन्ना और कटनी जिले तक फैले इस संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं का कहना है कि खजुराहो सीट से सभी पार्टियों को स्थानीय प्रत्याशी को तरजीह देनी चाहिए. बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में नागौद राजपरिवार के सदस्य और पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया था और कांग्रेस ने दमोह जिले के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को मैदान में उतारा था, ये दोनों ही स्थानीय नहीं थे. हालांकि इस बार कांग्रेस ने कविता सिंह को प्रत्याशी बनाया है.

खजुराहो लोकसभा सीट का नाम लोकसभा चुनाव के इतिहास में अब तक बुंदेलखंड से सबसे अधिक बार महिला प्रत्याशी को संसद में भेजने के रूप में दर्ज है. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इस सीट से 4 बार सांसद रह चुकी हैं. जबकि कांग्रेस ने भी इस बार महिला प्रत्याशी पर दांव लगाया है. बात अगर पिछले चुनाव की करें, तो बीजेपी के नागेंद्र सिंह ने कांग्रेस के राजा पटेरिया को 2 लाख 47 हजार 490 वोट से हराया था.

खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटें
खजुराहो लोकसभा सीट के अंतर्गत तीन जिलों छतरपुर, पन्ना और कटनी की विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें छतरपुर जिले से चंदला और राजनगर, जबकि पन्ना जिले से पन्ना, गुनौर, पवई और कटनी जिले से विजयराघवगढ़, मुरवारा और बहोरीबंद विधानसभा सीटें आती हैं. जिनमें से फिलहाल 6 सीटों पर बीजेपी और 2 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. बीजेपी-कांग्रेस के अलावा खजुराहो सीट पर इस बार समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी भी होगा, जिसे बीएसपी का सर्मथन प्राप्त है. हालांकि मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है.

एमपी_छतरपुर
रिपोर्ट_जयप्रकाश
स्टोरी स्लग_लोकसभा खजुराहो का गणित
डेट_26/03/2019

प्रदेष में कई लोकसभा सीटों पर चुनाव नजदीक आ रहा है। और सभी दलों में सरगर्मिया तेज हो गई है और सभी मंे अपने अपने प्रत्याषियें को चुनाव में उतारना एक बड़ा कठिनाइ्र्र भरा सवाल है। लेकिन बुन्देलखण्ड में राजनीति का केन्द्र रहे खजुराहो संसदीय क्षेत्र में प्रत्याषी का चुनाव एक बड़ा मुददा हो सकता है। हो सकता है कि यहाॅ पिछले चुनाव के तरह ही बाहरी प्रत्याषी उतारे अब यहाॅ के मतदाताओ के सामने स्थानीय उम्मीदवार को लेकर जरूर चर्चा बनी हुई है लेकिन जितने लोगों से बात की है उनका कहना है कि इस बार लोकसभा सीट खजुराहो से बीजेपी का जीतना बहुत मुश्किल है खजुराहो क्षेत्र के कई स्थानीय बीजेपी ने सभी इस बात को मानते हैं कि वर्तमान स्थिति ठीक नहीं है और अगर फिर से बाहरी प्रत्याशी मैदान में उतारा गया तो हार का सामना करना पड़ सकता है !

छतरपुर, पन्ना और कटनी जिले तक फैले इस संसदीय क्षेत्र में भाजपा कांग्रेस से लेकर बसपा, सपा और आम आदमी पार्टी तक को एक भी व्यक्ति इस इलाके में सांसद बनने लायक नहीं मिला। भाजपा ने पिछले चुनाव में नागौद जिला सतना राजपरिवार के सदस्य और पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया था और कांग्रेस ने दमोह जिले के पूर्व मंत्री राजा पटैरिया को मैदान में उतारा था! 
आपको बता दे कि संसदीय क्षेत्र के आठ विधानसभा क्षेत्रों में से 6 सीटों पर भाजपा और 2 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। इस चुनाव में भी निर्णायक मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में ही होने के आसार हैं।

राजनैतिक समीकरण

 लोकसभा सीटों में से राजनीतिक दृष्टि से खजुराहो अपना एक आप अलग ही महत्व रखता है यहां भाजपा ने 2014 में नागेंद्र सिंह को सांसद पद हेतु चुनाव में उतारा उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी राजा भैया को हार का सामना करवाया खजुराहो लोकसभा सीट पन्ना कटनी और छतरपुर जिले तक फैला हुआ है खजुराहो लोकसभा सीट का नाम लोकसभा चुनाव के इतिहास में अब तक बुंदेलखंड से सबसे अधिक बार महिला प्रत्याशी को संसद में भेजने के रूप में दर्ज हुई है अपने खूबसूरत मंदिरों पर उल्लेखित मूर्ति की कलाओं के लिए विश्व प्रसिद्ध खजुराहो के छतरपुर जिले में स्थित है यहां बहुत बड़ी संख्या में प्राचीन हिंदू और जैन मंदिर स्थित है खजुराहो की कुल जनसंख्या लोकसभा की दृष्टि से 2014 की जनगणना के अनुसार 2587685 है और यहां के 81ः आबादी गांव में निवासरत है तो वहीं 18ः आबादी शहरी है!!

सांसद जी का राजनैतिक समीकरण

2014 में लोकसभा चुनाव में खजुराहो लोकसभा के मतदाताओं की संख्या 17 लाख 2794 थी जिसमें 795482 महिला मतदाता और 907312 पुरुष मतदाता थे 2014 में यहां 51,36 फीसदी मतदान हुआ था 2014 में नागेंद्र सिंह को भाजपा ने मैदान में उतारा तो वही कांग्रेस के राजा पटेरिया को कांग्रेस पार्टी ने दोबारा मैदान में उतारा जिसमें नागेंद्र सिंह को 474966 और राज पटेरिया को 227476 मत मिले और नागेंद्र सिंह 247490 वोटों से विजय हुए  

खजुराहो लोकसभा में आने वाली विधानसभा मे 
खजुराहो लोकसभा में छतरपुर जिले से लेकर पन्ना कटनी तक फैली हुई है और इस में आने वाली विधानसभा है छतरपुर जिले से चंदेला और राज नगर पन्ना जिले से पन्ना, गुनौर, पवई और कटनी जिले से विजय राघव गढ़, मुरवारा, बहोरीबंद 
2011 की जनगणना के अनुसार विधानसभा में मत का प्रयोग करने वाले मतदाताओं की संख्या
क्रमांक
विधानसभा क्षेत्र
म्हिला
पुरूष
टोटल मतदाता

1
च्ंादला
73102
91289
164321

2
राजनगर
77816
91239
169555

3
पन्ना
79215
87203
166406

4
गुनौर
80799
91648
172447

5
पवई
77046
85244
162290

6
म्ुारवरा
73585
83767
157352

7
विजयराघवगढ़
89215
101152
190367

8
बहोरीबंद
75984
90293
166277


टोटल
626762
722335
1349085


सांसद जी द्वारा खजुराहो लोकसभा के पन्ना जिला की गुनोर तहसील के महेबा ग्राम को आदर्श ग्राम बनाने हेतु गोद लिया गया था 
आदर्श ग्राम होने पर ग्रामीणों को लगता था कि ग्राम में होने वाली पलायन रोका जा सकेगा व विकाश के साथ बेरोजगारी को खत्म किया जा सकेगा एवं यहा के 70 .75 एकड़ में फैले तालाब के जीरोधर से यहां पानी की समस्या से लोगो को निजात मिल सकेगी पर नही हुआ ग्राम बनने पर शुरू साल में सासद द्वारा लगातार संपर्क रखा गया फिर समय के साथ ही अन्य राजनेतिज्ञों की तरह वे भी अपने आदर्श ग्राम को भूल गए और लगातार दूरी बना ली||

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