छतरपुर। एक तरफ कोरोना और दूसरी ओर तेज बारिश और आंधी-तूफान जिसके चलते किसानों की परेशानियां कम होने की बजाय सिर्फ बढ़ रही हैं. वही जिले के बिजावर में तेज बारिश के साथ ही आंधी और तेज हवा चली. तेज बारिश से गहोई वेयर हाउस में शासन द्वारा बनाये गए खरीदी केंद्र में किसानों का हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया.
किसानों से खरीदा गया गेहूं समिति प्रबंधक रामकिशन राजपूत की मनमानी द्वारा खुले आसमान में रखवाया गया था. जो बीती रात तेज बारिश में भीग गया, कुदरत के मार झेल रहे किसानों का सैकड़ों क्विंटल अनाज पानी से खराब हो गया, इसमें मेहनत तो किसानों की थी लेकिन खरीदा सरकार ने है सरकार लाखों जतन कर किसानों के लिए योजनाएं बनाती हैं.
किसानों के हितों के लिए लाख दावे करती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही होती है. गेहूं के रख-रखाव समिति प्रबंधक के जिम्मे होता है और किसानों से खरीदे गए अनाज को सुरक्षित रखना खरीदी केंद्र के कर्मचारियों का काम होता है. जो लगता है जिम्मेदारी निभाने में नाकामयाब है.
वही अब देखना है कि किसानों की मेहनत पर पानी फेरने वाले समिति प्रबंधक पर प्रशासन कोई कार्रवाई करता है या नही. वही इतना गेहूं बारिश में भीगने से खराब हो गया. यह एक बड़ी लापरवाही है.