छतरपुर। कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते खजुराहो के सभी ऐतिहासिक मंदिर बंद हैं. ऐसा पहली बार है कि 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस पर स्मारकों और मंदिरों में पर्यटकों की चहलकदमी नहीं दिखाई दी. खजुराहों में भी पूरी तरह सन्नाटा पसरा है, जबकि हर वर्ष हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक यहां आते थे.
देश भर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन है, यही वजह है कि विश्व धरोहर दिवस पर भी खजुराहो के ऐतिहासिक मंदिरों में सन्नाटा पसरा है. वरिष्ठ पत्रकार राजीव शुक्ला ने बताया कि कई सालों से खजुराहो में धूमधाम से विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है, जहां हजारों की संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं. इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते ये नहीं मनाया जा रहा है.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के सुभाष वर्मा ने कहा कि विश्व धरोहर दिवस इस वर्ष मनाना प्रतिबंधित किया गया है क्योंकि देश में फैल कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए ये निर्णय लिया गया है. इन परिस्थितियों में धरोहरों को सजाने और संवारने का समय है, ताकि आने वाले समय में हालात सही होते ही फिर पर्यटक आना शुरू हो सके.