छतरपुर। मध्यप्रदेश में जिस तरह बिजली लुकाछिपी का खेल खेल रही है, ऐसे में छतरपुर जिला अस्पताल की नर्सों ने बिजली के तारों का उपयोग मरीजों को बोतल चढ़ाने में करना शुरू कर दिया है. यही वजह है कि ट्रॉमा वार्ड में मरीजों को चढ़ाई जाने वाली बोतलों को बिजली के तारों में लटकाना शुरू कर दिया है.
इस बारे में चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर वीएस वाजपेयी ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीर बताया है. CMHO का कहना है कि किसी भी तरह से इस तरह मरीजों को बोतल चढ़ाना जायज नहीं है. मरीजों की जान जा सकती है, बल्कि कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि मामला बेहद गंभीर है और जांच करने के बाद लापरवाही करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
धबाड़ गांव में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल
वहीं छतरपुर जिले के राजनगर जनपद पंचायत के धबाढ़ गांव में पिछले कई सालों से स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं. ग्रामीणों की मानें तो पिछले कई सालों से अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं है. यही वजह है कि आसपास के ग्रामीण इलाज के लिए दूरदराज के इलाकों में जाते हैं या झोलाछाप डॉक्टरों से उन्हें अपना इलाज कराना पड़ता है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर भी मौजूद हैं और रजिस्टरों में बकायदा उनके नाम की हाजिरी भी चढ़ती है, लेकिन साहब अस्पताल नहीं पहुंचते हैं.
⦁ कमलनाथ ने कुछ दिनों पहले ही ली थी विधायकों और मंत्रियों की मीटिंग
⦁ गांव वालों से सीधा संवाद के दिए थे निर्देश
⦁ विधायक ने एक बार भी नहीं जाना अस्पताल का हाल
⦁ CMHO ने कही जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने की बात