छतरपुर। जिले में एसपी सचिन शर्मा ने एक अच्छी पहल की शुरूआत की है. पुलिस द्वारा असहाय एवं गरीब बच्चों के लिए निशुल्क कोचिंग का संचालन किया जा रहा है. कोचिंग का मकसद मध्य प्रदेश में मार्च में होने वाली आरक्षक भर्ती की परीक्षा के लिए असहाय गरीब एवं अनाथ बच्चों को तैयार करना है.
दरअसल एसपी सचिन शर्मा के निर्देशन से 10 जनवरी से पुलिस लाइन में स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में एक कोचिंग का आयोजन किया जा रहा है. इस कोचिंग में पढ़ाने के लिए डीएसपी रैंक के अधिकारियों के अलावा टीआई, एसआई एवं सूबेदारों को आदेशित किया गया है. छात्र-छात्राओं की मानें तो यहां पढ़ाने वाले शिक्षक जो कि पहले से ही पुलिस के बड़े पदों पर मौजूद हैं उनके मार्गदर्शन मिलने से ना सिर्फ उन्हें पढ़ने में मदद मिल रही है, बल्कि उन्हें बेहद खुशी भी हो रही है.
कोचिंग में प्रशिक्षण दे रहे सुविधा नृपेंद्र सिंह ने बताया कि यह एसपी साहब की परिकल्पना है. वह चाहते हैं कि जिले के असहाय निर्धन एवं अनाथ बच्चों को किसी भी तरह से यह एहसास ना हो कि वे किसी अन्य बच्चों से कमजोर हैं, या उनमें किसी प्रकार की हीन भावना उत्पन्न हो. इसिलिए यह निशुल्क कोचिंग शुरू की गई है. साथ ही सूबेदार ने बताया कि बच्चों को कोचिंग में पढ़ाने के अलावा शारीरिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि आने वाली भर्ती प्रक्रिया में यह बच्चे पूरी तरह से अपना दमखम दिखा सकें.
वहीं एसपी सचिन शर्मा की इस पहल की तारीफ पूरे छतरपुर जिले में हो रही है. लगातार बच्चे कोचिंग में पढ़ने के लिए पहुंच रहे हैं बच्चे इस बात से बेहद खुश हैं कि छतरपुर पुलिस ने इस तरह की निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था उनके लिए शुरू की है.