छतरपुर। शहर में जिला प्रशासन अपने ही आदेश की धज्जियां उड़ाता हुआ नजर आ रहा है, दरअसल कोरोना वायरस के चलते एसडीएम ने एक आदेश जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि किसी भी जगह पर एक साथ 20 लोग या उससे अधिक एक साथ पाए जाते हैं तो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन कलेक्ट्रेट में जल जीवन मिशन के तहत एक मीटिंग ली गई, जिसमें लगभग 100 से अधिक अधिकारी एक साथ शामिल हुए.
इस मीटिंग में जिले के तमाम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ छतरपुर एसडीएम, जिला अस्पताल के सिविल सर्जन सीएमएचओ, एडीएम, जिला सीओ और डीएम मौजूद रहे. इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में अधिकारी भी थे. लेकिन किसी ने चेहरे पर मास्क नहीं लगाया था और ना ही बैठने की व्यवस्था दूर-दूर की गई थी.
सिविल सर्जन ने बताया कि ये एक सरकारी मीटिंग है और अगर इस प्रकार कोई गंभीर मामला जिले में आता है तो निश्चित तौर पर ऐसी मीटिंग होना आम बात है. ये जो मीटिंग ली गई थी आवश्यक मीटिंग है. हम सभी कोरोना वायरस को लेकर सतर्क हैं और तमाम मापदंडों का प्रयोग करते हुए ये मीटिंग की गई थी.
एडीएम प्रेम सिंह चौहान का कहना है कि इस प्रकार के आदेश तो जिला प्रशासन के द्वारा दिए गए हैं. अब प्रशासन आदेश के दायरे में आता है या नहीं आता है ये देखने वाली बात होगी. क्योंकि अगर जिले में कोरोना वायरस संबंधी काम पड़ता है तो संभवता ऐसी मीटिंग होना आम बात है.