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गढ़ी मलहरा में हुआ विराट दंगल, पहली बार महिला मैदान में उतरी महिला पहलवान

बुंदेलखंड क्षेत्र में सावन माह के आते ही कजलियां महोत्सव शुरू हो जाते हैं. छतरपुर के गढ़ीमलहरा में भी इसी क्रम में कजलियां महोत्सव के तहत दंगल का आयोजन किया गया. जिसमें देश के कई शहरों से आए पहलवानों ने दमखम दिखाया.

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Published : Aug 15, 2019, 11:43 PM IST

गढ़ी मलहरा में हुआ विराट दंगल, पहली बार महिला मैदान में उतरी महिला पहलवान

छतरपुर। गढ़ीमलहरा नगर परिषद द्वारा कजलियां महोत्सव पर विराट दंगल का आयोजन किया गया. जिसमें देशभर से आए पहलवानों ने दांव-पेच लड़ाए. इस आयोजन में महिला पहलवानों ने भी भाग लिया. कार्यक्रम में आकर्षण का मुख्य केंद्र महिला और पुरुष वर्ग की क्रॉस लिग कुश्ती रही.

कजलियां महोत्सव में हुआ विराट दंगल का आयोजन महिला पहलवानों ने किया कुश्ती का का प्रदर्शन

बुंदेलखंड देशभर में अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है. यहां सावन मास में कजलियां महोत्सव आयोजित किए जाते हैं, रक्षाबंधन के दिन दंगल का आयोजन किया जाता है. जिसमें देशभर के कई पलवान आकर अपना दम दिखाते है. खास बात यह रही कि इस बार महिला पहलवानों के लिए भी दंगल का आयोजन किया. जिसमें आगरा की पहलवान को पटखनी देते हुए गाजियाबाद की पहलवान ने खिताब अपने नाम कर लिया. ऐसे और भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

इसी कड़ी में महिला और पुरुष वर्ग की क्रॉस लिंग कुश्ती का भी आयोजन किया गया. जिसमें गाजियाबाद की महिला पहलवान और बांदा के पुरूष पहलवान का मुकाबला बराबरी पर रहा. गढ़ीमलहरा के इतिहास में पहली बार महिला पहलवान कुश्ती के मैदान में उतरी. इनको देखने के लिए दूर-दूर के गांवों से लोग आए. बांदा से आये पहलवान का कहना है कि गढ़ीमलहरा में कुश्ती के क्षेत्र में अनेकों प्रतिभाएं छुपी है, लेकिन पर्याप्त प्रशिक्षण की व्यवस्था ना होने के कारण मुकाम तक नही पहुंच पा रही है.

छतरपुर। गढ़ीमलहरा नगर परिषद द्वारा कजलियां महोत्सव पर विराट दंगल का आयोजन किया गया. जिसमें देशभर से आए पहलवानों ने दांव-पेच लड़ाए. इस आयोजन में महिला पहलवानों ने भी भाग लिया. कार्यक्रम में आकर्षण का मुख्य केंद्र महिला और पुरुष वर्ग की क्रॉस लिग कुश्ती रही.

कजलियां महोत्सव में हुआ विराट दंगल का आयोजन महिला पहलवानों ने किया कुश्ती का का प्रदर्शन

बुंदेलखंड देशभर में अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है. यहां सावन मास में कजलियां महोत्सव आयोजित किए जाते हैं, रक्षाबंधन के दिन दंगल का आयोजन किया जाता है. जिसमें देशभर के कई पलवान आकर अपना दम दिखाते है. खास बात यह रही कि इस बार महिला पहलवानों के लिए भी दंगल का आयोजन किया. जिसमें आगरा की पहलवान को पटखनी देते हुए गाजियाबाद की पहलवान ने खिताब अपने नाम कर लिया. ऐसे और भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

इसी कड़ी में महिला और पुरुष वर्ग की क्रॉस लिंग कुश्ती का भी आयोजन किया गया. जिसमें गाजियाबाद की महिला पहलवान और बांदा के पुरूष पहलवान का मुकाबला बराबरी पर रहा. गढ़ीमलहरा के इतिहास में पहली बार महिला पहलवान कुश्ती के मैदान में उतरी. इनको देखने के लिए दूर-दूर के गांवों से लोग आए. बांदा से आये पहलवान का कहना है कि गढ़ीमलहरा में कुश्ती के क्षेत्र में अनेकों प्रतिभाएं छुपी है, लेकिन पर्याप्त प्रशिक्षण की व्यवस्था ना होने के कारण मुकाम तक नही पहुंच पा रही है.

Intro:वैसे तो बुंदेलखंड देशभर में अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है बुंदेलखंड में सावन मास में कजलियां महोत्सव आयोजित किए जाते हैं रक्षाबंधन के दिन ही अखाड़े निकलते हैं और इनमें पहलवान अपनी पहलवानी का प्रदर्शन करते हैं बुंदेलखंड के महोबा महाराजपुर गढ़ीमलहरा सहित अन्य कई नगरों में कजलियां महोत्सव आयोजित किए जाते हैंBody:इसी क्रम में गढ़ीमलहरा नगर परिषद द्वारा कजलियां महोत्सव के पर्व पर विराट दंगल का आयोजन किया गया जिसमें देशभर से पहलवान आए और अखाड़े में अपनी पहलवानी का प्रदर्शन किया इस आयोजन में महिला पहलवानों ने भी भाग लिया विशेष आकर्षण का केंद्र महिला और पुरुष वर्ग की क्रॉस लिंग कुश्ती रही है इसमें गाजियाबाद की महिला पहलवान और बाँदा के पुरूष पुरूष के पुरूष पहलवान आमने सामने टकराए टकराए जिसमें मुकाबला बराबरी पर रहा है 8 मिनट की कुश्ती में में कई बार महिला पहलवान पुरुष पहलवान पर हावी रही है लेकिन एक दूसरे को चित नहीं कर पाए महिला पहलवानों की भी आपस में कुश्ती हुई जिसमें आगरा की महिला पहलवान और गाजियाबाद की महिला पहलवान एक दूसरे के सामने आ के सामने आ गई जिसमें आगरा की महिला पहलवान को पटखनी देते हुए गाजियाबाद की महिला पहलवान में खिताब अपने नाम कर लिया
Conclusion:गढ़ीमलहरा के इतिहास में पहली बार महिला पहलवान कुश्ती के मैदान में उतरी इनको देखने के लिए दूर-दूर के ग्रामों से लोग आए बाँदा से आये पहलवान का कहना है कि गढ़ीमलहरा में कुश्ती के क्षेत्र में अनेकों प्रतिभाएं छुपी है लेकिन पर्याप्त प्रशिक्षण की व्यवस्था ना होने के कारण यह प्रतिभाएं अपने मुकाम तक नही पहुँच पा रही है

बाइट- श्रीनिवास पहलवान बाँदा (पहलवान)
बाइट-मोहम्मद आबिद निजामी (स्थानीय निवासी)
बाइट-जे.पी.मिश्रा (मुख्य नगर परिषद अधिकारी)
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