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नौगांव में उड़ रही शासन-प्रशासन के आदेश की धज्जियां, गली मोहल्लों में बेधड़क संचालित हो रहे हैं कोचिंग सेंटर - नौगांव में सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन

छतरपुर के नौगांव में शासन-प्रशासन के आदेश को ताक पर रखकर बेधड़क कोचिंग सेंटरों का संचालन किया जा रहा है. जबकि कोरोना वायरस का संक्रमण ना फैले इसके लिए शासन ने 30 जून तक कोचिंग संस्थानों को बंद रखने के आदेश दिए हैं.

Coaching student
कोचिंग जाती छात्रा
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Published : Jun 19, 2020, 12:51 PM IST

छतरपुर। शासन के तमाम नियमों को दरकिनार कर शहर में बड़े पैमाने पर कोचिंग सेंटरों का संचालन किया जा रहा है. जहां पर शासन की गाइडलाइन का भी पालन नहीं हो रहा है. दरअसल कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी स्कूल कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को 30 जून तक बंद रखने के आदेश दिए हैं, लेकिन इसके बावजूद नौगांव में कई जगहों से सरकार के आदेश की अनदेखी करने की शिकायतें सामने आ रही हैं.

शहर में संचालित हो रहे कोचिंग सेंटरों में भी बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था जैसे निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे, पार्किंग, शौचालय, पेयजल एवं साफ-सफाई के कोई इंतजाम नहीं हैं, लेकिन इसके बाद भी नौगांव में अधिकारियों द्वारा एक भी कोचिंग सेंटर का निरीक्षण नहीं किया गया. जबकि अधिकांश सेंटरों में शासन की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है.

नियमानुसार हर कोचिंग सेंटर को शिक्षा विभाग में अपना पंजीयन करवाना आवश्यक है, लेकिन अधिकांश सेंटरों द्वारा पंजीयन नहीं कराया गया है. नौगांव नगर में राष्ट्रीय कन्या हाई स्कूल के पास, बालाजी कॉलेज, स्टेडियम के पास, मुसाफिरखाना चौराहा, मेला ग्राउंड के सामने सहित अन्य स्थानों पर कोचिंग हब बनकर उभर रहे हैं. जहां पर हजारों की संख्या में बच्चे सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक पढ़ते नजर आते हैं. इसके बावजूद भी प्रशासन ने कभी इन सेंटरों की जांच करने की पहल तक नहीं की.

लॉकडाउन के नियमों का भी नहीं कर रहे पालन

कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बीच जहां सभी को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना अनिवार्य है, लेकिन नौगांव में संचालित कोचिंग सेंटरों पर खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. छात्र भी बगैर मास्क के कोचिंग संस्थानों में पढ़ने के लिए आ रहे हैं. जिससे कहीं न कहीं संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ रहा है.

शासन के आदेश को भी नहीं मानते शिक्षक

नौगांव के हर गली में एक न एक कोचिंग सेंटर संचालित हो रहा है. आलम यह है कि कई कोचिंग सेंटर्स का संचालन सरकारी शिक्षक भी कर रहे हैं. शासन के सख्त निर्देश हैं कि कोई शासकीय टीचर प्राइवेट ट्यूशन नहीं पढ़ा सकता है, लेकिन शासन के निर्देशों को यह टीचर ताक पर रखकर कोचिंग का संचालन करते हैं. सुबह 5 बजे से ही इन सेंटरों पर भीड़ लगना शुरू होती है.

नगर में स्कूलों से ज्यादा प्राइवेट कोचिंग की संख्या ज्यादा है. इस मामले पर जब हमने बीआरसी विनोद गुप्ता से बात की तो उनका कहना था कि हमें आपके माध्यम से जानकारी मिली है. जल्द से जल्द ऐसे शिक्षकों को और कोचिंग संस्थानों को बंद करवाने की कार्रवाई की जाएगी.

छतरपुर। शासन के तमाम नियमों को दरकिनार कर शहर में बड़े पैमाने पर कोचिंग सेंटरों का संचालन किया जा रहा है. जहां पर शासन की गाइडलाइन का भी पालन नहीं हो रहा है. दरअसल कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी स्कूल कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को 30 जून तक बंद रखने के आदेश दिए हैं, लेकिन इसके बावजूद नौगांव में कई जगहों से सरकार के आदेश की अनदेखी करने की शिकायतें सामने आ रही हैं.

शहर में संचालित हो रहे कोचिंग सेंटरों में भी बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था जैसे निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे, पार्किंग, शौचालय, पेयजल एवं साफ-सफाई के कोई इंतजाम नहीं हैं, लेकिन इसके बाद भी नौगांव में अधिकारियों द्वारा एक भी कोचिंग सेंटर का निरीक्षण नहीं किया गया. जबकि अधिकांश सेंटरों में शासन की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है.

नियमानुसार हर कोचिंग सेंटर को शिक्षा विभाग में अपना पंजीयन करवाना आवश्यक है, लेकिन अधिकांश सेंटरों द्वारा पंजीयन नहीं कराया गया है. नौगांव नगर में राष्ट्रीय कन्या हाई स्कूल के पास, बालाजी कॉलेज, स्टेडियम के पास, मुसाफिरखाना चौराहा, मेला ग्राउंड के सामने सहित अन्य स्थानों पर कोचिंग हब बनकर उभर रहे हैं. जहां पर हजारों की संख्या में बच्चे सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक पढ़ते नजर आते हैं. इसके बावजूद भी प्रशासन ने कभी इन सेंटरों की जांच करने की पहल तक नहीं की.

लॉकडाउन के नियमों का भी नहीं कर रहे पालन

कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बीच जहां सभी को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना अनिवार्य है, लेकिन नौगांव में संचालित कोचिंग सेंटरों पर खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. छात्र भी बगैर मास्क के कोचिंग संस्थानों में पढ़ने के लिए आ रहे हैं. जिससे कहीं न कहीं संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ रहा है.

शासन के आदेश को भी नहीं मानते शिक्षक

नौगांव के हर गली में एक न एक कोचिंग सेंटर संचालित हो रहा है. आलम यह है कि कई कोचिंग सेंटर्स का संचालन सरकारी शिक्षक भी कर रहे हैं. शासन के सख्त निर्देश हैं कि कोई शासकीय टीचर प्राइवेट ट्यूशन नहीं पढ़ा सकता है, लेकिन शासन के निर्देशों को यह टीचर ताक पर रखकर कोचिंग का संचालन करते हैं. सुबह 5 बजे से ही इन सेंटरों पर भीड़ लगना शुरू होती है.

नगर में स्कूलों से ज्यादा प्राइवेट कोचिंग की संख्या ज्यादा है. इस मामले पर जब हमने बीआरसी विनोद गुप्ता से बात की तो उनका कहना था कि हमें आपके माध्यम से जानकारी मिली है. जल्द से जल्द ऐसे शिक्षकों को और कोचिंग संस्थानों को बंद करवाने की कार्रवाई की जाएगी.

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