छतरपुर। सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के बड़े-बड़े वादे करे, लेकिन स्वास्थ्य महकमा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. मामला जिले के गढ़ीमलहरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से एक प्रसूता के पेट में पल रहे बच्चे की जान चली गई.
दरअसल, चौबन गांव के निवासी महिपाल सिंह अपनी पत्नी को लेकर गढ़ी मलहरा स्वास्थ्य केंद्र गये थे, उनका आरोप है कि वहां पर पदस्थ एएनएम ने महिला को 12 घंटे से ज्यादा अस्पताल में रोके रखा, जबकि महिला की हालत लगातार गंभीर हो रही थी. जब महिला की हालत ज्यादा गंभीर हो गई, तब उसे आनन-फानन में छतरपुर रेफर कर दिया, जहां प्रसव के दौरान महिला के कोख में पल रहे बच्चे की मौत हो गई.
इस पूरे मामले में गढ़ीमलहरा स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्टाफ की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिस पर छतरपुर जिला का स्वास्थ्य महकमा कुछ भी बोलने से मना कर रहा है. उनका कहना है की ऐसी कोई स्थिति नहीं थी, महिला को कमजोर बच्चा पैदा हुआ था जिसके कारण उसकी मौत हुई है.