छतरपुर। जिले के बड़ामलहरा की एक महिला भगवती अहिरवार अपनी समाज सेवा के लिए एक अलग पहचान बना रही है. वे पिछले 10 वर्षों से शहर में एक वृद्धाआश्रम चला रही है. जिसमें 25 वृद्ध लोग रहते हैं. इनमें 15 महिलाएं और 10 पुरुष है. जिनकी सेवा के लिए के कर्मचारी भी 24 घंटे लगे रहते हैं.
आश्रम में सभी एक परिवार की भांति रहते है. कोई वृद्ध झूला झलकर तो कोई भजन व गजलों के शौक के साथ अपना समय व्यतीत करते हुए प्रसन्न रहते हैं. वही वृद्धाश्रम में 6 कर्मचारी 24 घंटे वृद्ध जनों की सेवा में तत्पर रहते हैं.
वृद्धाआश्रम में निवासरत वृद्ध जनों ने अपनी प्रस्तुती मीडिया के सामने रखी. इस मौके पर आश्रम की संचालिका भगवती अहिरवार ने बताया कि हमारा उद्देश्य केवल गरीब असहायों की सेवा करना है. उन्होंने कहा जिनका कोई नहीं होता उनकी सेवा करके मुझे अपने आप में सुकून मिलता है.
उन्होंने कहा कि शासन से किसी प्रकार की कोई सहयोग राशि नहीं मिली है, यहां के अधिकारी और आम लोगों से चंदा इकट्ठा करके वृद्ध जनों की सेवा की जा रही है.