भोपाल। चुनावी बिगुल बजते ही सभी दल महारथियों की तलाश में जुट गये, किस मोर्चे पर किस महारथी को तैनात करना है या किस महारथी की काट कौन हो सकता है. इस पर माथापच्ची जारी है, जबकि पार्टी के अंदर जितना मंथन चल रहा है, उससे कहीं अधिक बाहर चल रहा है, नाम तय होने से पहले हर सीट पर कई दावेदारों के नाम हवा में तैर रहे हैं. विदिशा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह के नाम की खूब चर्चा है, जिस पर कांग्रेस नाराजगी भी जता रही है. कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना ने तो साफ कर दिया कि किसी भी कांग्रेसी नेता की पत्नी चुनाव नहीं लड़ रही है.
राजनीतिक सक्रियता के सवाल पर रवि ने कहा कि साधना सिंह ने सड़क पर उतरकर कोई काम नहीं किया, सिर्फ कार्यक्रम में जाकर फोटो खिंचवाने से नहीं होता. सक्रिय रहने और सक्रिय होने में काफी अंतर है, इसे समझने की जरूरत है. यदि साधना सिंह लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी के रूप में आ रही हैं तो आएं उसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कांग्रेस मेरिट के आधार पर ही टिकट तय करेगी.
कांग्रेस को लगता है कि साधना सिंह सक्रिय राजनीति में नहीं हैं, जबकि ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी अपने क्षेत्र में हमेशा सक्रिय रही हैं, इसलिए प्रियदर्शनी चुनाव लड़ सकती हैं, लेकिन साधना नहीं. हालांकि, ये फैसला पार्टी करेगी कि कौन प्रत्याशी होगा और जनता तय करेगी कि उनका सांसद कौन होगा.