भोपाल। कांग्रेस पार्षदों ने महापौर आलोक शर्मा की मंशा पर सवाल उठाए हैं. उनका आरोप है कि नगर निगम के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने का पैसा नहीं है तो फिर मोटरसाइकिल खरीदने के लिए पैसा कहां से आएगा. इससे पहले महापौर ने सफाई कर्मचारियों को छह हजार का बोनस और टू-व्हीलर वाहन उपलब्ध कराने की बात कही थी.
उन्होंने ये ऐलान स्वच्छता सर्वेक्षण में राजधानी भोपाल को 19 वां स्थान और स्वच्छ राजधानी में पहला स्थान मिलने पर किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि राजधानी के 85 वार्डों को सफाई कर्मियों के दरोगा को वाहन और दिये जाएंगे. जिस पर कांग्रेस पार्षद संतोष कसाना का कहना है कि प्रदेश में एक मामा हुआ करते थे, जो जनता को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाया करते थे, जिनकी जनता ने विदाई कर दी है.
जहां तक प्रश्न महापौर आलोक शर्मा का है तो वह भोपाल से सांसद का चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं, लेकिन वे अभी राजनीतिक पार्टी के चलते खुल कर बोल नहीं सकते हैं, लेकिन जनता को गुमराह करने के लिए लोकलुभावन बातें जरूर कर सकते हैं. यही सोच कर उन्होंने एक नया शिगूफा छोड़ा है कि हम निगम कर्मचारियों को मोटरसाइकिल देंगे, लेकिन अचरज की बात तो यह है कि आज नगर निगम भोपाल में काम कर रहे कर्मचारियों को वेतन देने तक के लाले पड़े हुए हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे में क्या महापौर सफाई कर्मचारियों को अपनी जेब से मोटरसाइकिल खरीद कर देंगे. महापौर को इस तरह के मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाना बंद करना चाहिए. कांग्रेस पार्षद ने कहा कि नगर निगम की स्थिति बहुत खराब है. अभी निगम में ऐसा प्रावधान नहीं है, जिसके तहत कुछ नया जोड़ सकते हैं या उसके तहत कुछ नया काम करा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पुराने बजट की घोषणा अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. यदि पुराने बजट की घोषणाओं पर नजर डालें तो आज भी कई काम ऐसे हैं, जो पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं. इसलिए यह कहा जा सकता है कि आलोक शर्मा को चुनाव लड़ना है, इसलिए वह अब सफाई कर्मचारियों को हसीन रसगुल्ले दे रहे हैं.