भोपाल। 17वीं लोकसभा में जनता ने मौजूदा सरकार को प्रचंड बहुमत के साथ दोबारा सत्ता के शीर्ष पर पहुंचाया है, जबकि विपक्ष के सारे प्रयोग ताश के पत्तों की तरह ढह गये हैं. इसके साथ ही 23 मई को संपन्न हुए आम चुनाव ने कई नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं. जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गये हैं. एक नजर डालते हैं 17वीं लोकसभा की 17 विशेषताओं पर.
- पहली बार गैर कांग्रेसी पार्टी आम चुनाव में अकेले दम पर तिहरा शतक लगायी है
- देश की 134 साल पुरानी पार्टी का केंद्र शासित सहित 17 राज्यों में नहीं खुला खाता
- बीजेपी को 17 राज्यों में 50 फीसदी से भी अधिक वोट मिले
- केंद्र शासित राज्यों को मिलाकर 17 राज्यों में बीजेपी ने किया क्लीन स्वीप
- राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह जैसे दिग्गज हार गये चुनाव
- पहली बार सिंधिया परिवार देश की सबसे बड़ी पंचायत की नहीं करेगा नुमाइंदगी
- 2019 के आम चुनाव में अब तक सबसे ज्यादा रिकॉर्ड मतदान हुआ
- पहली बार जनता ने जाति-धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद के नाम पर किया मतदान
- दो सीट से बढ़कर दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी की वापसी
- कर्नाटक में 52 साल बाद निर्दलीय सांसद बनीं सुमालता अंबरीश, मांडया से सीएम के बेटे को हराया
- ओडिशा के क्योंझर से 25 साल 11 माह की चंद्राणी मुर्मू बनीं सबसे युवा महिला सांसद
- बुआ से गठबंधन करके भी बबुआ को नहीं मिली फूटी कौड़ी
- केरल के 90, बिहार के 82 फीसदी सांसद दागी, केरल से कांग्रेस के डीन कुरियाकोस 204 मामलों के साथ टॉप पर
- छिंदवाड़ा से कांग्रेस सांसद नकुलनाथ देश के सबसे अमीर सांसद बने
- आंध्र प्रदेश की अराकू सीट से YSR कांग्रेस की जी माधवी सबसे गरीब सांसद बनी
- यूपी, बिहार, एमपी, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, झारखंड, नागालैंड, पुडुचेरी, मेघालय में एक-एक सीट पर सिमटी कांग्रेस
- बेंगलुरू दक्षिण से कांग्रेस महासचिव बीके हरिप्रसाद को हराकर सबसे युवा सांसद बने तेजस्वी सूर्या.