बुरहानपुर। प्रदेश में पारा लगातार गिर रहा है, ठंड ऐसी की हड्डियां भी गल जाएं. लेकिन ऐसी ठंड के बीच भी नेपानगर में बीते 19 दिसंबर से बड़ी संख्या में आदिवासी थाने का घेराव कर धरने पर बैठे हुए हैं. जहां वे खारक डैम डूब प्रभावितों के समर्थन में जेल भरो आंदोलन की बात पर अड़ गए हैं और अपने साथ लाए पारंपरिक वाद्य यंत्रों को बजा कर गीत संगीत के साथ अपना विरोध जता रहे हैं.
वाद्य यंत्रों के जरिए विरोध
आदिवासी अपने साथ दो बड़े ढोल लेकर प्रदर्शन में पहुंचे हैं और ढोल बजाकर पारंपरिक आदिवासी भाषा मे गीत गाते हैं, मदल के ढोल की थाप पर नृत्य कर प्रशासन और सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश में जुटे हैं, इन आदिवासियों का कहना है कि जबतक उनकी मांगे सरकार पूरी नही करेंगी तब तक आंदोलन पर रहेंगे.
तीन दिन से बैठे हैं खुले आसमान के नीचे
खरगोन और बड़वानी में बन रहे खारक डैम के डूब प्रभावितों की मांगों के समर्थन में नेपानगर के आदिवासी तीन दिन से नेपानगर थाने के सामने धरने पर बैठे हैं. वे थाने के सामने ही खाना बनाते और खाते हैं. विरोध करने वालों के साथ छोटे बच्चे भी हैं जिन्हें लेकर रात में इस खुले आसमान के नीचे सो जाते हैं.
जनप्रतिनिधि नहीं ले रहे सुध
आदिवासियों ने अपनी मांगों को लेकर नेपानगर थाने का घेराव कर रखा है, बावजूद इसके नेपानगर क्षेत्र से आदिवासी विधायक सुमित्रा देवी एक बार भी हाल जानने अब तक नहीं पहुंची, इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि विधायक महोदय आदिवासियों की मांगों को लेकर कितनी सजग है.