बुरहानपुर। जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है, खबर दिखाए जाने के बाद परिवहन विभाग के आला अफसर नींद से जागे और सड़कों पर उतरकर खटारा और अनफिटनेस बसों पर कार्रवाई की. हलांकि यह कार्रवाई जुर्माना वसूली तक सिमट कर रह गई. इंदौर इच्छापुर हाईवे पर ताप्ती पुल के पास शहर आने और बाहर जाने वाली बसों को रोककर जांच की गई.
विभाग ने की जुर्माने की औपचारिकता
जांच के दौरान अधिकांश बसों में जहां स्पीड गवर्नर नहीं मिला, वहीं बस के बोनट और चालक केबिन में भी क्षमता से अधिक यात्री सवार पाए गए. लगभग सभी बसों के आपातकालीन द्वार के सामने कुर्सियां और उसमें बैठे यात्री मिले. इसके अलावा भी बसों में अन्य कमियां पाई गई. लेकिन उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बजाए जुर्माने की औपचारिकता निभा कर छोड़ दिया गया.
बता दें कि सीधी में एक यात्री बस के नहर में गिर जाने से उसमें सवार 51 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जिसके बाद प्रशासन और परिवहन विभाग नींद से जागा, लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार अब तक खटारा बसों के परमिट रद्द करने की कार्रवाई नहीं की गई.
बस संचालकों को हिदायत
जिला परिवहन अधिकारी राकेश भूरिया ने कहां की पहले दिन 10 बसों में कमियां पाए जाने पर चालान बनाए गए हैं. इस दौरान सभी बसों का 2 से 3 हजार का चालन बनाया गया है. बस मालिकों और चालकों को सख्त हिदायत दी गई है कि आगे से वह स्पीड गवर्नर सहित अन्य नियमों का पालन करते हुए बसों का संचालन करें.