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प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत में गंदगी का अंबार, कागजों तक सिमटा स्वच्छता अभियान - Sanitation campaign limited to paper

बुरहानपुर जिले के गांव एमागिर्द में लोग गंदगी से परेशान हैं. जिले की ग्रामीण अंचलों में साफ-सफाई कागजों तक ही सीमित रह गई है. गांव के सरपंच और सचिव पर काम नहीं करने के आरोप लगे हैं.

Rubbish in the village
गांव में लगा गंदगी का अंबार
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Published : Jan 19, 2020, 11:45 AM IST

Updated : Jan 19, 2020, 12:42 PM IST

बुरहानपुर। मामला बीजेपी सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के गोद लिए गांव एमागिर्द पंचायत का है. जिले के ग्रामीण अंचलों में स्वच्छता अभियान केवल कागजों तक ही सीमित है. यह प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत हैं. लेकिन यहां स्वच्छता केवल कागजों पर ही दिखाई देती है.

गांव में लगा गंदगी का अंबार


गांव में कई जगह कचरे के ढेर, गंदगी और नालियां चोक होने की वजह से ग्रामीण बदबू से परेशान हैं. गांव की महिला ने बताया कि गांव में नालियों की निकासी नहीं हो पा रही है. आवास योजना का लाभ नहीं मिला, व्यवस्थित सड़के नहीं है, रोज साफ-सफाई नहीं होने से बीमारियों का सामना करना पड़ता है. सरपंच और सचिव ध्यान नहीं देते हैं. वहीं मामले को लेकर ग्राम पंचायत सचिव बाला कान्हा ने बताया कि पंचों से उनकी वार्ड की समस्या मोबाइल पर पूछी जाती है.


लेकिन वो जनता को नहीं बताते हैं. गांव में रोजाना साफ-सफाई कराई जाती है. जहां कहीं गंदगी फैली है वहां जल्द ही साफ-सफाई करवा दी जाएगी. इसके अलावा ग्रामीणों की शिकायतों का भी निराकरण किया जाएगा.

बुरहानपुर। मामला बीजेपी सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के गोद लिए गांव एमागिर्द पंचायत का है. जिले के ग्रामीण अंचलों में स्वच्छता अभियान केवल कागजों तक ही सीमित है. यह प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत हैं. लेकिन यहां स्वच्छता केवल कागजों पर ही दिखाई देती है.

गांव में लगा गंदगी का अंबार


गांव में कई जगह कचरे के ढेर, गंदगी और नालियां चोक होने की वजह से ग्रामीण बदबू से परेशान हैं. गांव की महिला ने बताया कि गांव में नालियों की निकासी नहीं हो पा रही है. आवास योजना का लाभ नहीं मिला, व्यवस्थित सड़के नहीं है, रोज साफ-सफाई नहीं होने से बीमारियों का सामना करना पड़ता है. सरपंच और सचिव ध्यान नहीं देते हैं. वहीं मामले को लेकर ग्राम पंचायत सचिव बाला कान्हा ने बताया कि पंचों से उनकी वार्ड की समस्या मोबाइल पर पूछी जाती है.


लेकिन वो जनता को नहीं बताते हैं. गांव में रोजाना साफ-सफाई कराई जाती है. जहां कहीं गंदगी फैली है वहां जल्द ही साफ-सफाई करवा दी जाएगी. इसके अलावा ग्रामीणों की शिकायतों का भी निराकरण किया जाएगा.

Intro:बुरहानपुर। जिले के ग्रामीण अंचलों में स्वच्छता अभियान केवल कागजों तक ही सीमित है, ताजा मामला बीजेपी सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के गोद लिए गांव एमागिर्द पंचायत का हैं, यह पंचायत प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत हैं, लेकिन यहां स्वच्छता केवल कागजो पर ही दिखाई देती हैं, जब हमने गांव का जायजा लिया तो यहां हकीकत कुछ और ही बयां कर रही थी, जगह-जगह कचरे कूड़े के ढेर, गंदगी, नालियां चोंक, ग्रामीण बदबू से परेशान हैं, बावजूद इस ओर जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है, अब देखना होगा आखिर जिम्मेदार ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण कब तक करते हैं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।


Body:ग्रामीण महिला ने बताया कि गांव में जगह-जगह गंदगी फैली है, नालिया की निकासी नही हो पा रही है, आवास योजना का लाभ नहीं मिला, गांव में व्यवस्थित सड़के नहीं है, रोजाना साफ-सफाई नहीं होने से बीमारियों का सामना करना पड़ता है, बावजूद इस ओर सरपंच-सचिव ध्यान नहीं देते हैं, वही जब इस संबंध में ग्राम पंचायत सचिव वाला कान्हा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि पंचों से उनकी वार्ड की समस्या मोबाइल पर पूछी जाती हैं, लेकिन वो जनता को नही बताते है, जिसके चलते ग्रामीण यहां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, गांव में रोजाना साफ-सफाई कराई जाती हैं, कही कही गंदगी फैली है, जल्द साफ-सफाई करवा दी जाएंगी, इसके अलावा ग्रामीणों के शिकायतों का भी निराकरण किया जाएगा।


Conclusion:बाईट 01:- ग्रामीण।
बाईट 02:- वाला कान्हा, सचिव ग्राम पंचायत एमागिर्द।
Last Updated : Jan 19, 2020, 12:42 PM IST
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