बुरहानपुर। मामला बीजेपी सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के गोद लिए गांव एमागिर्द पंचायत का है. जिले के ग्रामीण अंचलों में स्वच्छता अभियान केवल कागजों तक ही सीमित है. यह प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत हैं. लेकिन यहां स्वच्छता केवल कागजों पर ही दिखाई देती है.
गांव में कई जगह कचरे के ढेर, गंदगी और नालियां चोक होने की वजह से ग्रामीण बदबू से परेशान हैं. गांव की महिला ने बताया कि गांव में नालियों की निकासी नहीं हो पा रही है. आवास योजना का लाभ नहीं मिला, व्यवस्थित सड़के नहीं है, रोज साफ-सफाई नहीं होने से बीमारियों का सामना करना पड़ता है. सरपंच और सचिव ध्यान नहीं देते हैं. वहीं मामले को लेकर ग्राम पंचायत सचिव बाला कान्हा ने बताया कि पंचों से उनकी वार्ड की समस्या मोबाइल पर पूछी जाती है.
लेकिन वो जनता को नहीं बताते हैं. गांव में रोजाना साफ-सफाई कराई जाती है. जहां कहीं गंदगी फैली है वहां जल्द ही साफ-सफाई करवा दी जाएगी. इसके अलावा ग्रामीणों की शिकायतों का भी निराकरण किया जाएगा.