बुरहानपुर। 200 साल तक खानदेश की राजधानी रहे बुरहानपुर में अनूठी धरोहरों का खजाना है. उन्हीं धरोहरों में से एक है बुरहानपुर का काला ताजमहल, आगरा में ताजमहल की बुनियाद पढ़ने से करीब 50 साल पहले मुगल शासनकाल में इसकी छोटी अनुकृति बुरहानपुर में बन चुकी थी. बाद में इसकी नकल करके ही बड़े स्वरूप में ताजमहल का निर्माण किया गया.
इन दोनों इमारतों में सिर्फ पत्थरों का अंतर है, आगरा के ताजमहल में जहां उम्दा किस्म के संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है, वहीं बुरहानपुर के काला ताजमहल में स्थानीय मजबूत काले पत्थरों का इस्तेमाल किया गया. दोनों इमारतों में एक समानता ये भी है कि दोनों का निर्माण मकबरे के लिए किया गया था.
बुरहानपुर में है मुगलों का काला ताजमहल, देखें खबर
बुरहानपुर का काला ताजमहल, आगरा में ताजमहल की बुनियाद पढ़ने से करीब 50 साल पहले मुगल शासनकाल में इसकी छोटी अनुकृति बुरहानपुर में बन चुकी थी.
बुरहानपुर। 200 साल तक खानदेश की राजधानी रहे बुरहानपुर में अनूठी धरोहरों का खजाना है. उन्हीं धरोहरों में से एक है बुरहानपुर का काला ताजमहल, आगरा में ताजमहल की बुनियाद पढ़ने से करीब 50 साल पहले मुगल शासनकाल में इसकी छोटी अनुकृति बुरहानपुर में बन चुकी थी. बाद में इसकी नकल करके ही बड़े स्वरूप में ताजमहल का निर्माण किया गया.
इन दोनों इमारतों में सिर्फ पत्थरों का अंतर है, आगरा के ताजमहल में जहां उम्दा किस्म के संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है, वहीं बुरहानपुर के काला ताजमहल में स्थानीय मजबूत काले पत्थरों का इस्तेमाल किया गया. दोनों इमारतों में एक समानता ये भी है कि दोनों का निर्माण मकबरे के लिए किया गया था.
Body:आगरा के ताजमहल में शाहजहां और उनकी बेगम मुमताज का मकबरा है, जबकि बुरहानपुर के काला ताजमहल का निर्माण मुगल शासक जहांगीर के नवरत्नों में से एक रहे अब्दुल रहीम खानखाना के बेटे शाहनवाज खान उर्फ पहलवान शाह के मकबरे के रूप में कराया गया था, बताया जाता है कि उनकी मृत्यु सन 1618 में हुई थी।
इतिहासकार होशंग हवलदार ने बताया कि काला ताजमहल की गुंबज इरानी और हनीकौन डिजाइन के है, इसकी में मीनारें ताजमहल की तुलना में काफी छोटी है, यहां पर भी शाहनवाज की वास्तविक कब्र मकबरे के निचले हिस्से में सुरक्षित है, इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि सूर्योदय के समय से सूरज की पहली किरण उनकी कब्र पर ही पड़ती है।
Conclusion:बाईट 01:- पर्यटक।
बाईट 02:- पर्यटक।
बाईट 03:- होशंग हवलदार, इतिहासकार।