भोपाल: ओल्ड एज होम या वृद्धाश्रम का नाम सुनते ही लोगों के मन में विचार आता है कि यहां केवल वे लोग रहते हैं जिन्हें उनके बच्चों ने घर से निकाल दिया है या फिर उनकी कोई मजबूरी रही होगी. लेकिन अब इस विचार को निकालने की जरुरत है. दरअसल मध्य प्रदेश सरकार भोपाल में एक ऐसा प्रदेश का लग्जरी ओल्ड एज होम बनाने जा रही है, जहां बुजुर्ग अपनी स्वेच्छा से रहना पसंद करें. उनके लिए यहां रेस्टोरेंट की तरह रहने और खाने समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी. हालांकि इन सुविधाओं के बदले बुजुर्गों को अच्छी खासी रकम भी चुकानी होगी.
आर्थिक रूप से सक्षम लोग ही रह सकेंगे
सामाजिक न्याय विभाग की प्रमुख सचिव सोनाली पोंक्षे वायंगणकर ने बताया कि "राज्य सरकार द्वारा भोपाल की पत्रकार कालोनी में लग्जरी ओल्ड एज होम बनाया जा रहा है. ऐसे लोग जिनके बच्चे शहर से बाहर हैं और वे खुद भी बच्चों के साथ नहीं जाना चाहते, उनके लिए यह वृद्धाश्रम एक सही जगह होगी. यहां वे लोगों के बीच रहेंगे, उनका मन भी लगा रहेगा और सुरक्षा की दृष्टि से भी यह सही फैसला होगा. यह ओल्ड एज होम उन लोगों के लिए होगा जो आर्थिक रूप से सक्षम हैं. इसमें बुजुर्गों के लिए सरकार सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराएगी. जबकि संचालन का जिम्मा निजी एजेंसी को सौंपा जाएगा. इसके संचालन में जो भी खर्च आएगा, उस हिसाब से यहां रहने वालों से किराया लिया जाएगा."
लग्जरी ओल्ड एज होम में होंगी सभी सुविधाएं
ओल्ड एज होम में एसी और नान एसी कमरे होंगे. यहां बुजुर्गों को मेडिकल सुविधा भी मिलेगी. परिसर में एक एंबुलेंस भी तैनात रहेगी. इसके अलावा यहां बुजुर्गों के लिए एक छोटा अस्पताल भी बनाया जाएगा. जिसमें 24 घंटे एक डाक्टर, दो नर्स व अन्य स्टाफ उपस्थित रहेगा. बुजुर्गों का डेली रुटीन मेडिकल चेकअप किया जाएगा. यहां बुजुर्गों के मनोरंजन का भी खास ख्याल रखा जाएगा. उनके टहलने और घूमने के लिए करीब 3.5 एकड़ में पार्क बनाया गया है. यहां लाईब्रेरी, पूजा व ध्यान कक्ष, वाईफाई, योगा, वॉकिंग ट्रैक, ग्रासरी शॉप, स्टेशनरी, मैस समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी.
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पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मिलेगा प्रवेश
सामाजिक न्याय विभाग की प्रमुख सचिव ने बताया कि वर्तमान में यहां 56 बुजुर्गों के रहने की व्यवस्था है. पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर प्रवेश दिया जाएगा. हालांकि यहां भविष्य में 114 बुजुर्गों के रहने की व्यवस्था होगी. इसको बनाने में करीब 24 करोड़ रुपये खर्च आया है. इसका निर्माण कार्य साल 2019 में शुरू हुआ था लेकिन इसे बनने में 5 साल लग गए. अब यह वृद्धाश्रम पूरी तरह बनकर तैयार है. लाइटिंग समेत अन्य काम किए जा रहे हैं. वहीं संचालन के लिए भी निजी एजेंसी की तलाश की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि यहां रहने वाले बुजुर्गों से सुविधाओं के बदले 30 से 40 हजार रुपये प्रति माह लिए जाएंगे. यहां उनके लिए लांड्री, मनोरंजन हाल और क्लब हाउस की सुविधा भी मिलेगी.