बुरहानपुर। जिले के खकनार तहसील क्षेत्र के ग्राम मांजरोद में 60 साल से सरपंच निर्विरोध चुनते चले आ रहे है. दरअसल इस बार ग्राम सरकार के जैसे सरपंच, उपसरपंच सहित पंचों के पदों पर सभी महिलाएं चुनी गई हैं. इसके चलते गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की तैयारी भी की जा रही है. राज्य सरकार द्वारा 15 लाख से इस ग्राम पंचायत को पुरस्कृत किया जाएगा.
बीते 60 साल से मतदान नहीं हुआ : ग्राम पंचायत मांजरोद में बीते 60 वर्षो से आज तक मतदान ही नहीं हुआ है. यहां हर बार निर्विरोध सरपंच चुनकर आते हैं. इस बार ग्राम सरकार के सभी पदों पर महिलाएं उम्मीदवार चुनी गई हैं. ग्रामीणों के मुताबिक गांव के प्रत्येक घरों में पक्का शौचालय, बिजली और पानी के कनेक्शन उपलब्ध हैं और सभी गली मोहल्ले में सीसी रोड, एक स्कूल, दो आंगनवाड़ी, एक जिम, दो मंगल भवन, ताप्ती नदी के दो और खोकरी नदी के एक बैराज से पानी लाकर फसलें लहरा रही हैं.
निर्मल ग्राम का सम्मान मिल चुका है : यही वजह है कि वर्ष 2007 में राष्ट्रपति से निर्मल ग्राम का सम्मान मिल चुका है. इतना ही नहीं, इस गांव में शराब की बिक्री भी पूरी तरह बंद हैं. मांजरोद गांव में 60 साल से ग्राम सरकार निर्विरोध चुनी जा रही है. इस बार भी ग्राम सरकार निर्विरोध चुनी गई हैं. इसमें सरपंच व 12 पंच सहित सभी पदों पर महिलाएं ही काबिज हुई हैं. निर्विरोध ग्राम सरकार को अब अफसर भी मान रहे हैं. पंचायत अब इस रिकॉर्ड को गिनीज बुक में दर्ज कराने की तैयारी में है. इसलिए पूरे मापदंड जानने के बाद दस्तावेज उपलब्ध कराएंगे. (Manjrod Gram Panchayat of district Burhanpur) (Where Sarpanch unopposed for 60 years) (Along with Sarpanch all Panches women)