बुरहानपुर। बुरहानपुर जिले के शाही किले में मॉर्निंग वॉक करने वाले बुजुर्गों के लिए प्रवेश शुल्क बढ़ाने और पुलिस वेरीफिकेशन जैसे नियमों के चलते बुजुर्गों की परेशानी बढ़ती नजर आ रही हैं, जिसका बुजुर्गों ने विरोध करना शुरू कर दिया हैं. उनको इस तरह का आदेश मंजूर नहीं है,प्रवेश पास का शुल्क पहले 35 रुपये प्रतिवर्ष था जिसको बढ़ाकर सीधे 1200 रुपये प्रतिवर्ष कर दिया गया हैं. साथ ही मॉर्निंग वॉक पर आने वाले बुजुर्गों को पुलिस वेरिफिकेशन भी कराने के नियम लागू कर दिया गया हैं.जिसके कारण ही बुजुर्गों ने आदेश का विरोध करना शुरू किया हैं.
बता दे कि शाही किले में सुबह के समय मॉर्निंग वॉक करने वाले लोग कोई आतंकवादी या चोर नहीं हैं बल्कि अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने व प्रदूषण मुक्त वायु लेने और योग करने के लिए शाही किला में आते हैं, लेकिन नेशनल मोन्यूमेंट ऑथोरिटी ने प्रवेश शुल्क 35 रुपये प्रतिवर्ष से बढ़ाकर 12 सौ रुपये कर दिया है, इसके साथ ही पास लेने के लिए पुलिस वेरीफिकेशन जैसे नियम भी लागू किया गया हैं, जो बुजुर्गों को नामंजूर हैं, बुजुर्गों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नियम वापस लेने के लिए अपील भी कि हैं.
मॉर्निंग वॉक करने वाले एक बुजुर्ग रमनलाल आर्य का कहना है कि मोदी जी एक तरफ पूरे देश में योग करने की बात कह रहे हैं बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. ऐसे में मोदी जी यह आदेश वापस ले ताकि यहां मॉर्निंग वॉक करने वाले बुजुर्गों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके.