बुरहानपुर। नेपानगर में अवैध रेत का अवैध कारोबार तेजी से चल रहा है. रेत माफिया ताप्ती नदी से रेत का दिन-रात अवैध खनन कर रहे हैं, लेकिन इस काले कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है. यहां ना तो राजस्व विभाग और ना ही खनिज विभाग इस ओर कोई ध्यान दे रहा है. जिम्मेदार आंखे मूंदे बैठे हैं, यही वजह है कि रेत का अवैध खनन करने वाले इन खनन माफियाओं के हौसले बुलंद होता जा रहे हैं और अवैध कारोबार बदस्तूर जारी हैं.
नेपानगर इन दिनों अवैध खनन के चलते सुर्खियों में है, बावजूद इसके अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है. नेपानगर तहसील क्षेत्र के डवाली गांव से लगे ताप्ती नदी पर रोजाना 50 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली भरकर रेत निकाली जा रही है. इतने बड़े स्तर पर अवैध उत्खनन किए जाने के बाद भी प्रशासन के कानों पर जू तक नही रेंग रही है. सुबह से लेकर देर रात तक पूरे क्षेत्र में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को खुलेआम रेत ले जाते हुए देखा जा रहा है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. जिम्मेदार खनन माफियाओं पर कार्रवाई करना तो दूर इनकी ओर देखने से भी परहेज करते हुए नजर आ रहे हैं.
कानून का नहीं खौफ
खनन माफियाओं में जरा सा भी खौफ नजर नहीं आ रहा है. खनन माफिया बिना किसी डर के नदी से लगातार रेत निकालते रहे हैं. माफिया डवाली गांव में ताप्ती नदी के नावघाट से निकाली गई रेत को शहर में तीन से चार हजार रुपए प्रति ट्रॉली बेचकर मोटी रकम कमा रहे हैं, जिससे प्रशासन को रोजाना लाखों रुपए के राजस्व का चूना लग रहा है. प्रशासन का इस ओर ध्यान न देना खनन माफियाओं से सांठ-गांठ की ओर इशारा करता हुआ दिख रहा है.
हो रही अवैध वसूली
नावघाट से हो रहे रेत के अवैध खनन की अवैध वसूली भी हो रही है. नेपानगर से महज 5 किलोमीटर दूर डवाली गांव के नावघाट पर हो रहे अवैध खनन के खेल में सरकार द्वारा वसूले जाने वाले राजस्व को बाहरी क्षेत्र से लोग वाहन में आकर नदी से बाहर जाने वाले रास्ते पर वाहन लगाकर रेत ले जा रहे है. ट्रैक्टर-ट्रॉली से 500 रुपए प्रति ट्रिप की वसूली की जा रही है.
अवैध कारोबार के लिए बना रास्ता
इस पूरे मामले में नेपानगर में काम कर रहे एक पेटी कांट्रेक्टर ठेकेदार का भी नाम सामने आ रहा है. जानकारी अनुसार इस पेटी कांट्रेक्टर ठेकेदार द्वारा ताप्ती नदी घाट से लगातार अवैध खनन किया जा रहा है. साथ ही नदी में उतरने के लिए जो रास्ता इस पेटी कांट्रेक्टर द्वारा बनाया गया है, उस रास्ते से गुजरने वाले हर ट्रैक्टर-ट्रॉली से इस पेटी कांट्रेक्टर ठेकेदार द्वारा वसूली की जा रही है.