बुरहानपुर। महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ता देख कलेक्टर प्रवीण सिंह ने महाराष्ट्र से आने वाले यात्री वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया है. बावजूद इसके बस संचालकों के हौसले बुलंद हैं. महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश की सीमा में बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के यात्रियों को पहुंचा रहे हैं. इसकी सूचना मिलने के बाद कलेक्टर ने परिवहन विभाग और यातायात विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए गए, जिसके बाद यातायात सूबेदार हेमंत पाटीदार और परिवहन अधिकारी राकेश भूरिया ने महाराष्ट्र के छीपे रास्ते से मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर रही 5 यात्री बसों पर कार्रवाई कर उन्हें वापस लौटा दिया गया.
बसों में करीब 200 यात्री थे सवार
बसों में करीब 200 से ज्यादा यात्री सवार थे, जिनका आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं कराया गया था. सभी यात्रियों को वापस महाराष्ट्र लौटा दिया गया. साथ ही पांचों बसों को जब्त कर बस मालिकों, ड्राइवर और कंडेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.
महाराष्ट्र के कच्चे रास्ते से मध्यप्रदेश में चोरी-छुपे आने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी ऐसे कई बसें चोरी-छुपे मध्य प्रदेश में घुसे हैं. कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए महाराष्ट्र सीमा को सील किया गया है.