ETV Bharat / state

यहां मिलता है देश-प्रदेश में मशहूर मांडा, जानें क्या है इसकी खासियत

बुरहानपुर में मिलता है देश-प्रदेश का मशहूर मांडा, यह मांडा मुगलकाल से चला आ रहा है और वर्तमान में 50 परिवार इसका व्यवसाय करते है.

मशहूर मांडा
author img

By

Published : Mar 22, 2019, 12:07 AM IST

बुरहानपुर। जिले में मुगलकाल से बिक रहा मांडा पूरे देश और प्रदेश में मशहूर है. ये मांडा एक विशेष प्रकार की रोटी होती हैं, जो रोटी से कई गुना बड़े आकार की होती है. इसको बनाने में आटा, रवा, मैदा और तेल का उपयोग किया जाता हैं. शाम होते ही यह मांडा बाजार की दर्जनों दुकानों से अपनी सोंधी महक से लोगों की भीड़ को खींच लेता हैं.


खास बात तो यह है कि यह मांडा दिनभर हम्माली, पावरलूम और दुकानों में मजदूरी करने वाले या तांगा चलाने वाले मेहनतकश मजदूर तबके के लिए सबसे ज्यादा किफायती है. ये मजदूर किसी भी होटल से 25 रुपये की एक प्लेट सब्जी और 10 रुपये का मांडा खरीदकर अपने पेट की भूख मिटा लेते हैं. बुरहानपुर का मांडा अपने स्वाद के लिए पूरे देश और प्रदेश में जाना जाता है. यही वजह है कि सऊदी अरब जाने वाले यात्री भी यहां के बावरची को मांडा बनाने के लिए अरने साथ लेकर जाते है. शहर में 50 से अधिक परिवार मांडा व्यवसाय करते है,

1


यह मांडा 40 रुपये किलो से लेकर 100 रुपये किलो तक बिकता हैं. मांडा बनाने वाले इन लोगों की बिरादरी को भटियारा कहा जाता हैं. यह भटियारे मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कई जिलों में मांडा बनाने के व्यवसाय से जुड़े हैं. यहां का मजदूर तबका सब्जी के साथ मांडा बड़े ही शौक से खाता है. यही नहीं लोग बर्थडे पार्टीयो में भी मांडा खाना बेहद पसंद करते हैं, जिसके लिये ये भटियारे ऑर्डर भी लेते हैं.

बुरहानपुर। जिले में मुगलकाल से बिक रहा मांडा पूरे देश और प्रदेश में मशहूर है. ये मांडा एक विशेष प्रकार की रोटी होती हैं, जो रोटी से कई गुना बड़े आकार की होती है. इसको बनाने में आटा, रवा, मैदा और तेल का उपयोग किया जाता हैं. शाम होते ही यह मांडा बाजार की दर्जनों दुकानों से अपनी सोंधी महक से लोगों की भीड़ को खींच लेता हैं.


खास बात तो यह है कि यह मांडा दिनभर हम्माली, पावरलूम और दुकानों में मजदूरी करने वाले या तांगा चलाने वाले मेहनतकश मजदूर तबके के लिए सबसे ज्यादा किफायती है. ये मजदूर किसी भी होटल से 25 रुपये की एक प्लेट सब्जी और 10 रुपये का मांडा खरीदकर अपने पेट की भूख मिटा लेते हैं. बुरहानपुर का मांडा अपने स्वाद के लिए पूरे देश और प्रदेश में जाना जाता है. यही वजह है कि सऊदी अरब जाने वाले यात्री भी यहां के बावरची को मांडा बनाने के लिए अरने साथ लेकर जाते है. शहर में 50 से अधिक परिवार मांडा व्यवसाय करते है,

1


यह मांडा 40 रुपये किलो से लेकर 100 रुपये किलो तक बिकता हैं. मांडा बनाने वाले इन लोगों की बिरादरी को भटियारा कहा जाता हैं. यह भटियारे मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कई जिलों में मांडा बनाने के व्यवसाय से जुड़े हैं. यहां का मजदूर तबका सब्जी के साथ मांडा बड़े ही शौक से खाता है. यही नहीं लोग बर्थडे पार्टीयो में भी मांडा खाना बेहद पसंद करते हैं, जिसके लिये ये भटियारे ऑर्डर भी लेते हैं.

Intro:बुरहानपुर जिले में मुगलकाल से बिक रहा मांडा पूरे देश और प्रदेश में विख्यात हैं, यह मांडा एक विशेष प्रकार की बड़ी रोटी होती हैं, जिसे बनाने में आटा, रवा, मैदा, नमक, और तेल का उपयोग करते हैं, जहां शाम होते ही मांडा बाजार की दर्जनों दुकानों के पास सोंधी महक लोगो की भीड़ को खींच लेती हैं, दिनभर हम्माली, पावरलूम, दुकानों में मजदूरी करने वाले या तांगा चलाने वाले हाड़तोड़ मेहनत के बाद यहा का मजदूर तबका किसी भी होटल से 25 रुपये की एक प्लेट सब्जी और 10 रुपये का मांडा खरीदकर अपने पेट की भूख बुझा लेता है, इन खुरदुरे हाथो से मांडा खरीदते समय अदम गोंडवी का शेर बरबस याद आ जाता है,"भूख के एहसास को शेरो-सुखन तक ले चलो या अदब को मुफलीजो की अंजुमन तक ले चलो।




Body:बुरहानपुर का मांडा अपने स्वाद के लिए पूरे देश और प्रदेश में जाना जाता है, यही वजह है सऊदी अरब जाने वाले यात्री भी यहां के भटीयारे यानि बावरची को विशेष मांडा बनाने के लिए लेकर जाते है, शहर में 50 से अधिक परिवार मांडा व्यवसाय करते है,
सामान्यतः यह मांडा 40 रुपये किलो से लेकर 100 रुपये किलो बिकता हैं, इन मांडो का आकार बड़ा होता है, आटे के रोये को टेड़ा बेलने के बाद उसे हाथो की मद्द से बड़ा और पतला हो जाता है, मांडा बनाने वाले इन लोगो की बिरादरी को भटियारा कहते हैं, यह भटियारे मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कई जिलों में मांडा बनाने के व्यवसाय से जुड़े हैं, यहा का मजदूर तबका सब्जी के साथ मांडा बड़े ही शौक से खाता है, यही नही लोग बर्थडे पार्टीयो में भी मांडा खाना बेहद पसंद करते हैं।


Conclusion:बाईट 01:- जुबैर, मांडा कारीगर।
बाईट 02:- शेख खलील, मांडा विक्रेता।
बाईट 03:- सैयद मोहम्मद, मांडा क्रेता।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.